पाकिस्तान नई दिल्ली में होने वाले खो-खो विश्व कप से बाहर होने को तैयार है. इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले के साथ इस प्रतियोगिता के शुरू होने से एक सप्ताह से भी कम समय पहले य खबर आई है कि पाकिस्तान टीम को अभी तक वीजा नहीं मिली है. टूर्नामेंट के लिए सीमा पार जाने के लिए वीजा मिलने में देरी के कारण पाकिस्तान की टीम 13 से 19 जनवरी तक नई दिल्ली में होने वाले पहले खो-खो विश्व कप में भाग नहीं ले पाएगी.
भाजपा नेता और भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि पाकिस्तानी टीम अभी भी अपने वीजा का इंतजार कर रही है. केकेएफआई की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि 13 जनवरी को भारतीय पुरुष टीम का पहला मुकाबला नेपाल से होगा, जबकि पहले तय कार्यक्रम के अनुसार भारतीय महिला टीम का मुकाबला पाकिस्तान से होना था. विज्ञप्ति के अनुसार, पहले विज्ञापित टीमों की संख्या 40 थी, जिसे घटाकर 39 कर दिया गया तथा भाग लेने वाले देशों की सूची में न तो पाकिस्तान की महिला टीम और न ही उनकी पुरुष टीम का उल्लेख किया गया.
दोनों देशों के बीच ठीन नहीं रिश्ते
खो खो विश्व कप की सीओओ गीता सूदन ने कहा कि जब हमने कार्यक्रम बनाया था तो हमें उम्मीद थी कि यह योजना के अनुसार ही होगा. लेकिन यह वास्तव में हमारे नियंत्रण में नहीं है, विदेश मंत्रालय ने उनके आवेदन को मंजूरी नहीं दी है, इसलिए ऐसा लगता है कि उनके खेलने की संभावना नहीं है. दोनों देशों के बीच एक दशक से अधिक समय से खेल संबंधों में कड़वाहट बनी हुई है, तथा इस महीने यह गतिरोध फिर से शुरू हो गया है, क्योंकि भारत ने 19 फरवरी से 9 मार्च तक होने वाले चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है.
पहली बार खेला जाएगा खो-खो वर्ल्ड कप
हाल ही में भारतीय खेल टीमों ने भी पाकिस्तान का दौरा किया है. उनकी ब्रिज टीम 2023 में लाहौर गई थी, जबकि पिछले साल की शुरुआत में तटस्थ स्थान पर रखने की अपील विफल होने के बाद भारतीय डेविस कप टेनिस टीम अपने विश्व ग्रुप 1 प्लेऑफ मुकाबले के लिए इस्लामाबाद गई थी. टूर्नामेंट में 24 विभिन्न देशों की 20 पुरुष और महिला टीमें भाग लेंगी, जिससे खेल के हितधारकों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा और उन्हें उम्मीद है कि इस स्वदेशी खेल को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाया जा सकेगा.