Asia Cup: पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने आखिरकार एशिया कप 2025 के दौरान भारतीय टीम के साथ हुए हाथ मिलाने के विवाद पर खुलकर बात की है. पहले ही मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाने से मना कर दिया था, जिस पर भारी विवाद हुआ और मामला मैच रेफरी और ICC तक पहुंच गया था.
पहलगाम हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए भारत द्वारा पाकिस्तानी खिलाड़ियों से पारंपरिक हाथ मिलाने से इनकार करने के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया है. यह मामला तब और बढ़ गया जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट पर ग्रुप स्टेज मैच के दौरान भारत के सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तानी कप्तान सलमान के बीच पारंपरिक हाथ मिलाने से रोकने का आरोप लगाया. पीसीबी ने पाइक्रॉफ्ट की जगह किसी और को न लेने पर सीरीज़ से हटने की धमकी भी दी, लेकिन आईसीसी ने अपनी बात पर अड़ा रहा और उनकी मांग को खारिज कर दिया.
भारत के खिलाफ बड़े फाइनल से पहले सलमान ने आखिरकार इस मामले पर अपनी राय दी और कहा कि उन्होंने इस मामले में ऐसा कुछ नहीं देखा है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है. आगा ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मैंने 2007 से पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया है और मैंने कभी दो टीमों को हाथ मिलाते हुए नहीं देखा. मेरे पिता भी क्रिकेट के शौकीन हैं और मैंने उनसे भी ऐसी कहानियां सुनी हैं, इसलिए आप 20 साल पहले जा सकते हैं और ऐसी कोई घटना नहीं हुई. मैंने सुना है कि अतीत में ऐसा कुछ नहीं हुआ है. भारत और पाकिस्तान पहले भी एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुके हैं, जहाँ हालात आज से भी बदतर थे, फिर भी खिलाड़ी हाथ मिलाते थे. मुझे लगता है कि एक-दूसरे से हाथ न मिलाना क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है.
मुझे आक्रामकता से कोई समस्या नहीं है: सलमान आगा
सुपर 4 मैच में अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल जब पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर रहे थे, तब दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच एक से ज़्यादा बार तीखी बहस हुई. दोनों ने शाहीन अफरीदी और हारिस रऊफ के साथ भी बहस की. इस बीच, हारिस पर अशिष्ट और आक्रामक व्यवहार के लिए मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. सलमान ने कहा कि उन्हें गेंदबाजों द्वारा मैदान पर आक्रामकता दिखाने से कोई परेशानी नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, "अगर आप तेज़ गेंदबाज़ों से आक्रामकता हटा दें, तो मुझे नहीं लगता कि वह उतनी प्रभावी गेंदबाज़ी कर पाएंगे जितनी उन्हें करनी चाहिए, इसलिए मुझे इससे कोई समस्या नहीं है. अगर कोई भी खिलाड़ी मैदान पर आक्रामक होना चाहता है, चाहे वह हमारी तरफ़ से हो या उनकी तरफ़ से, उसका स्वागत है."