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India Daily

अपने टी20 करियर को लेकर शमी ने कही बड़ी बात, क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में क्यों अभी तक हिट नहीं है ये तेज गेंदबाज?

Mohammed Shami T20: भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी क्या टी20 क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं? उन्होंने टेस्ट के अलावा वनडे में भी अपना जलवा बिखेरा है. लेकिन टी20 में उनकी यात्रा अभी तक ऐसी क्यों नहीं रही है, इसके कारणों की भी पड़ताल करेंगे.

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Edited By: Antriksh Singh
Mohammed Shami

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को क्रिकेट में उनके बेहतरीन योगदान के लिए मंगलवार (9 जनवरी) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अर्जुन पुरस्कार मिला. 2023 में शमी ने कमाल का प्रदर्शन किया था और पिछले साल वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे.

T20 खेलने की जताई इच्छा

हाल ही में, शमी ने फिर से टी20 क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई, लेकिन टीम में उनके चयन को लेकर अनिश्चितता जताई. वो ये नहीं जानते कि आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2024 में वो खेलेंगे या नहीं.

उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, "जब भी टी20 की बात आती है, तो कई बार मुझे समझ नहीं आता कि मैं टीम में हूं या नहीं. लेकिन मुझे लगता है कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले आईपीएल होता है और ये लय बनाने का सबसे अच्छा मौका है. अगर मैनेजमेंट मुझे खेलाएगा तो मैं तैयार रहूंगा."

शमी ने आईपीएल 2023 में जीता था पर्पल कैप

गुजरात टाइटन्स की तरफ से खेलते हुए, शमी ने आईपीएल 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेकर पर्पल कैप जीती थी. 17 मैचों में 18.64 के औसत और 8.03 की इकोनोमी के साथ उनके नाम 28 विकेट थे. लेकिन शानदार प्रदर्शन के बावजूद टाइटन्स अपनी खिताबी जीत नहीं बचा पाए.

टी20I में उतने महान नहीं शमी

मोहम्मद शमी को सब जानते हैं, बेहतरीन गेंदबाज हैं वो! खासकर टेस्ट और वनडे में तो कमाल दिखाते हैं. तेज रफ्तार, सटीक निशाना और गेंद को हवा में घुमाने का हुनर उनके पास है. मगर टी20 में अभी भी वे उतने महान नहीं माने जाते जितने की उनके समकक्ष जसप्रीत बुमराह. टी20 इंटरनेशनल में, शमी के नाम 23 मैचों में 29.62 के औसत और 8.94 की इकोनोमी के साथ 24 विकेट हैं.

इसके कुछ कारण हैं-

कम वैरिएशन: शमी ज्यादातर गेंद सीधी फेंकते हैं या हवा में घुमाते हैं. टी20 में पिच सपाट होती है और बाउंड्री छोटी, ऐसे में ज़रूरी है अलग-अलग तरह की गेंद फेंकनी. शमी यॉर्कर, स्लोवर बॉल या कटर में उतने माहिर नहीं. कभी बॉल बहुत ऊपर फेंक देते हैं तो कभी बहुत नीचे, जिससे बल्लेबाज आसानी से खेल लेते हैं.

इंजरी: शमी अक्सर चोटिल हो जाते हैं, जिससे उनके खेल का लय गिर जाता है. कई टी20 टूर्नामेंट्स वो चोट की वजह से छोड़ चुके हैं. चोट का खतरा भी बढ़ जाता है. जरूरी है कि वो अपने स्वास्थ्य और वर्कलोड का सही ध्यान रखें.

कड़ी प्रतिस्पर्धा: टी20 में भारत के पास तेज गेंदबाजों की भरमार है. शमी को जगह बनाने के लिए उन्हें जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, टी नटराजन और नवदीप सैनी जैसे गेंदबाजों से टकराना पड़ा. 

हालांकि इस साल टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए भारत शमी जैसे ठोस गेंदबाज को टीम में लेने पर जरूर विचार करना चाहेगा.