Magnus Carlsen Quits Chess Championship: विश्व चेस के नंबर वन खिलाड़ी, मैग्नस कार्लसन ने एक खास टूर्नामेंट छोड़ दिया है, क्योंकि उन्हें यह बताया गया कि वे जींस पहनकर खेल नहीं सकते. यह घटना न्यूयॉर्क में फिडे वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चेस चैंपियनशिप के दौरान हुई, जहां वह अपने खिताब की रक्षा कर रहे थे.
कार्लसन ने कहा कि उन्होंने अगले दिन के लिए अपने पैंट बदलने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें तुरंत पैंट बदलने के लिए कहा और उन पर 200 डॉलर का जुर्माना भी लगाया. FIDE चेस फेडरेशन ने कहा कि उनके ड्रेस कोड नियम सभी प्रतिभागियों के लिए निष्पक्षता (impartiality) और पेशेवरता (professionalism) सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं.
कार्लसन चेस की दुनिया में एक हाई-प्रोफाइल हस्ती हैं और पिछले कुछ वर्षों से विवादों में रहे हैं. पिछले साल, उन्होंने एक प्रतियोगिता में अपने rival पर चीटिंग का आरोप लगाया था, जिसके बाद लंबी कानूनी लड़ाई चली थी. शुक्रवार को, उन्होंने ड्रेस कोड विवाद के कारण चैंपियनशिप छोड़ दी. कार्लसन रैपिड और ब्लिट्ज चेस चैंपियन रहे थे.
उन्होंने कहा कि वह इस फैसले का विरोध नहीं करेंगे और अब वह इस मुद्दे को लेकर ज्यादा परेशान नहीं हैं. कार्लसन ने बताया कि वह एक लंच मीटिंग के लिए जीन्स पहनकर गए थे और टूर्नामेंट में जाने से पहले पैंट बदलने के बारे में सोचा भी नहीं. उन्होंने शर्ट, ब्लेजर, डार्क जीन्स और ड्रेस शूज पहनकर टूर्नामेंट में भाग लिया था, लेकिन बाद में उन्हें पैंट बदलने को कहा गया.
FIDE ने पुष्टि की कि 34 वर्षीय कार्लसन को जुर्माना लगाया गया था और यह नियम सभी पर समान रूप से लागू किए गए थे. FIDE ने एक उदाहरण भी दिया, जिसमें एक अन्य खिलाड़ी को उसी दिन जूते बदलने के लिए जुर्माना लगाया गया था. कार्लसन पांच बार के वर्ल्ड चेस चैंपियन हैं और अभी भी चेस की दुनिया में टॉप रैंकिंग पर बने हुए हैं. वह 13 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने के बाद से चेस जगत में एक अनोखी पहचान बना चुके हैं.