विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में कर्नाटक ने विदर्भ के सामने 349 रन का लक्ष्य रखा है. यह मैच वड़ोदरा में खेला जा रहा है, जहां विदर्भ ने पहले टॉस जीतकर कर्नाटक को बल्लेबाजी का मौका दिया. कर्नाटक की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही और 67 रन के स्कोर पर उसके 3 महत्वपूर्ण विकेट गिर गए.
कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल (32), देवदत्त पडिक्कल (8) और केवी अनिश (23) जल्द ही पवेलियन लौट गए, जिससे कर्नाटक का स्कोर 67 रन पर 3 विकेट के नुकसान से कमजोर हो गया. लेकिन इसके बाद रविचंद्रन स्मरण और केएल श्रीजित ने शानदार साझेदारी की और टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला. इन दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 160 रन की मजबूत साझेदारी की, जिसने कर्नाटक को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
227 रन के स्कोर पर श्रीजित (78) आउट हो गए. उन्होंने अपनी 78 रन की पारी में 9 चौके और एक छक्का मारा, जिससे कर्नाटक की पारी को गति मिली. इसके बाद रविचंद्रन स्मरण ने अभिनव मनोहर के साथ पांचवे विकेट के लिए 106 रन की शानदार साझेदारी की. इस दौरान स्मरण ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखते हुए 89 गेंदों में लिस्ट-ए करियर का दूसरा शतक पूरा किया. उनका शतक टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ. कर्नाटक ने निर्धारित 50 ओवरों में 348 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया, और विदर्भ के सामने 349 रन का लक्ष्य रखा.
स्मरण ने 2023-24 के घरेलू सत्र की शुरुआत की. उन्होंने सीके नायडू ट्रॉफी में 829 रन बनाए. जिसमें उत्तर प्रदेश के खिलाफ 134 गेंदों में शतक भी शामिल था. स्मरण ने कोचिंग देने के लिए पूर्व क्रिकेटर सैयद जबीउल्लाह का जिक्र बार बार किया. वह बचपन के दिनों से उनके साथ है.
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
विदर्भ : ध्रुव शौरी, यश राठौड़, करुण नायर (कप्तान), जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शुभम दुबे, अपूर्व वानखड़े, हर्ष दुबे, नचिकेत भुटे, यश कदम, दर्शन नालकंडे, यश ठाकुर
कर्नाटक : मयंक अग्रवाल (कप्तान), देवदत्त पडिक्कल, अनीश केवी, स्मरण रविचंद्रन, कृष्णन श्रीजीत (विकेटकीपर), अभिनव मनोहर, श्रेयस गोपाल, हार्दिक राज, प्रसिद्ध कृष्णा, वासुकी कौशिक, अभिलाष शेट्टी