Virat Kohli: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत के बाद विराट कोहली ने अपने भाषण में कहा कि आईपीएल जीतने की खुशी टेस्ट क्रिकेट खेलने के अनुभव से पांच गुना कम है. इस बयान को जहां क्रिकेट प्रेमियों ने खूब सराहा, वहीं वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर और कोलकाता नाइट राइडर्स के स्टार खिलाड़ी आंद्रे रसेल को यह बात पसंद नहीं आई. रसेल ने कोहली के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और टेस्ट क्रिकेट को लेकर अपनी राय रखी.
विराट कोहली ने अपने बयान में टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट का सबसे शुद्ध और सम्मानजनक प्रारूप बताया. उन्होंने कहा कि आईपीएल की चमक-दमक और जीत की खुशी भी टेस्ट क्रिकेट के सामने फीकी पड़ती है. लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए आईपीएल में धमाल मचाने वाले आंद्रे रसेल को यह बयान नागवार गुजरा.
रसेल ने कहा, "अगर हमें भी टेस्ट क्रिकेट के लिए उतना ही पैसा मिले, जितना इन देशों के खिलाड़ियों को मिलता है, तो हम भी इस प्रारूप को उतना ही प्यार करेंगे." रसेल का कहना था कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ी 50 या 100 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी आर्थिक रूप से सुरक्षित नहीं हो पाते, जिसके कारण वे टी20 लीग की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं.
रसेल ने यह भी साफ किया कि वह टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करते हैं और इसे देखना पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, "मैं टेस्ट क्रिकेट में विश्वास रखता हूं, लेकिन मैं एक प्रोफेशनल क्रिकेटर हूं. टेस्ट क्रिकेट मेरे करियर का हिस्सा नहीं बन सका." रसेल ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को छोड़ा नहीं, बल्कि उन्हें वेस्टइंडीज की चयन प्रक्रिया में सफेद गेंद (टी20 और वनडे) के खिलाड़ी के रूप में ज्यादा देखा गया, जिसके कारण उन्हें टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला.
रसेल ने अपने बयान में जोर दिया कि एक प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर उनका लक्ष्य अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करना है. टी20 लीग जैसे आईपीएल में उन्हें अच्छी कमाई और पहचान मिलती है, जो उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, "मुझे कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि यह मेरा फैसला नहीं था कि मैं टेस्ट क्रिकेट से दूर रहूं. मुझे टेस्ट सेटअप से बाहर रखा गया."