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India Daily

IND vs ENG: टॉप ऑर्डर और दो घंटों की... शुभमन गिल ने बताए हार के कारण

लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को कड़ी चुनौती दी. पहली पारी में केएल राहुल के शानदार शतक और रवींद्र जडेजा के जुझारू अर्धशतक ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया. दूसरी पारी में भी जडेजा ने एक बार फिर बल्ले से योगदान दिया, लेकिन आखिरी दिन भारत 22 रनों से लक्ष्य तक पहुंचने में असफल रहा.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Shubman Gill
Courtesy: Social Media

लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों की करीबी हार का सामना करना पड़ा. जसप्रीत बुमराह के शानदार 5 विकेट, केएल राहुल के दमदार शतक और रवींद्र जडेजा के दोनों पारियों में जुझारू अर्धशतकों के बावजूद भारत यह मैच जीतने में नाकाम रहा. इस हार के साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली. हार के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी निराशा जाहिर करते हुए हार की दो प्रमुख वजहों के बारे में बात की. उनके मुताबिक, टॉप ऑर्डर की नाकामी और दो घंटों का खराब प्रदर्शन इस हार का मुख्य कारण रहा.

लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को कड़ी चुनौती दी. पहली पारी में केएल राहुल के शानदार शतक और रवींद्र जडेजा के जुझारू अर्धशतक ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया. दूसरी पारी में भी जडेजा ने एक बार फिर बल्ले से योगदान दिया, लेकिन आखिरी दिन भारत 22 रनों से लक्ष्य तक पहुंचने में असफल रहा. यह हार न केवल सीरीज की स्थिति को प्रभावित करती है, बल्कि भारतीय टीम के लिए कई सवाल भी खड़े करती है.

गिल की नजर में हार की दो बड़ी वजहें

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान शुभमन गिल ने हार की वजहों का खुलकर विश्लेषण किया. उन्होंने दो अहम गलतियों की ओर इशारा किया, जिन्होंने भारत की जीत की राह में रोड़ा डाला. गिल ने कहा, चौथे दिन का एक घंटा और आज (पांचवें दिन) का एक घंटा हमारे लिए बेहद खराब रहा. इन दो घंटों में हमने खेल पर अपनी पकड़ खो दी. इसके अलावा, उन्होंने टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन पर निराशा जताई. गिल ने कहा, टॉप ऑर्डर इस मैच में पूरी तरह फेल रहा. हमें कम से कम 30-40 रन और चाहिए थे, जो टॉप ऑर्डर को बनाने थे. यह पहली बार हुआ जब इस सीरीज में हमारा टॉप ऑर्डर नहीं चला.

टॉप ऑर्डर की नाकामी

इस सीरीज में भारतीय टॉप ऑर्डर ने पहले दो टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन लॉर्ड्स में यह कमजोर कड़ी साबित हुआ. करुण नायर, जो आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे थे, इस मैच में भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे. उनके अलावा अन्य टॉप ऑर्डर बल्लेबाज भी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए. गिल का मानना है कि अगर टॉप ऑर्डर ने 30-40 रन और जोड़े होते, तो नतीजा कुछ और हो सकता था.