एशिया कप U-19 मुकाबले में रविवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर हैंडशेक को लेकर नया विवाद सामने आ गया है. ICC चाहता है कि जूनियर क्रिकेट में राजनीति का हस्तक्षेप न हो और खिलाड़ी सामान्य प्रोटोकॉल का पालन करें.
दूसरी ओर, BCCI ने अपने मैनेजर को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि टीम इस मामले में बोर्ड के आदेशों का पालन करेगी. ऐसे में मैच शुरू होने से पहले ही यह मुद्दा चर्चा के केंद्र में आ गया है.
ICC का मानना है कि U-19 स्तर पर क्रिकेट को पूरी तरह खेल की भावना के साथ खेला जाना चाहिए. इसलिए उसने भारत से आग्रह किया है कि हैंडशेक पर रोक की नीति को इस श्रेणी में लागू न किया जाए. ICC अधिकारियों का कहना है कि यह विवाद 'खराब संदेश' दे सकता है और खेल की छवि पर असर डाल सकता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, BCCI ने U-19 टीम मैनेजर आनंद दातार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं. यदि भारतीय खिलाड़ी हैंडशेक नहीं करना चाहते, तो मैच रेफरी को पहले ही सूचना देनी होगी. बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि ICC इस मुद्दे को लेकर विशेष रूप से संवेदनशील है, लेकिन अंतिम निर्णय भारत का ही होगा.
पहले पुरुष एशिया कप, महिला विश्व कप और राइजिंग स्टार्स टूर्नामेंट में भारतीय टीमों ने पाकिस्तान खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार किया था. यह कदम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उठाया गया था. इस बार भी दर्शकों का ध्यान इसी मुद्दे पर टिका हुआ है.
U-19 भारतीय खिलाड़ियों को अभी तक हैंडशेक पर किसी तरह का निर्देश नहीं दिया गया है. टीम का फोकस टूर्नामेंट की मजबूत शुरुआत पर है. वैभव सूर्यवंशी और कप्तान आयुष म्हात्रे शानदार फॉर्म में हैं और उनकी बैटिंग टीम की सबसे बड़ी ताकत मानी जा रही है.
भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में हैं, जहां मलेशिया और यूएई का अनुभव कम है. ऐसे में दोनों टीमों के सेमीफाइनल पहुंचने की संभावना मजबूत मानी जा रही है. रविवार का मुकाबला सिर्फ खेल नहीं, बल्कि प्रोटोकॉल को लेकर जारी बहस की वजह से भी खास बनने वाला है.