ENG vs IND: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच हुए तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की आक्रामकता चर्चा का विषय बनी. सिराज ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट को आउट करने के बाद आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया, जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उन पर 15 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना और एक डिमेरिट अंक लगाया. इस सजा पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कड़ा ऐतराज जताया और इसे अनुचित बताया.
सिराज का आक्रामक जश्न और ICC की कार्रवाईलॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन सिराज ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में बेन डकेट को 12 रन पर आउट किया. विकेट लेने के बाद सिराज ने डकेट के करीब जाकर जोरदार जश्न मनाया और इस दौरान दोनों के कंधे टकराए. इसी के बाद सिराज पर जुर्माना लगाया गया.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने सिराज पर लगाए गए जुर्माने की कड़ी आलोचना की. स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि सिराज को जुर्माना देना चाहिए था. वह डकेट के चेहरे के करीब जरूर गए, लेकिन उन्होंने कंधा नहीं मारा. अगर कुछ हुआ भी, तो डकेट ही सिराज की ओर बढ़े थे. यह क्रिकेट है, जिसमें भावनाएं होती हैं. हम 22 रोबोट्स को मैदान पर नहीं चाहते."
उन्होंने कहा, "इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज 90 सेकंड देरी से मैदान पर आए. वे लॉन्ग रूम में धीरे-धीरे चलते हुए और रास्ता भटकने का नाटक करते हुए स्मार्ट तरीके से समय बर्बाद कर रहे थे." इस रणनीति से भारतीय खेमा नाराज था और सिराज की आक्रामकता उसी का नतीजा थी."
सिराज ने लॉर्ड्स टेस्ट में चार विकेट लिए और भारतीय गेंदबाजी की अगुवाई की. उनकी शानदार गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 रनों पर सिमट गई. हालांकि, भारत 193 रनों का पीछा करते हुए 22 रनों से हार गया, जिससे सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे हो गया. सिराज ने न सिर्फ गेंद से, बल्कि बल्ले से भी आखिरी दिन रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर भारत के लिए उम्मीद जगाई थी लेकिन शोएब बशीर ने उनकी पारी को समाप्त कर इंग्लैंड को जीत दिलाई.