Jasprit Bumrah: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने जसप्रीत बुमराह के 'वर्कलोड मैनेजमेंट' को लेकर बड़ा बयान दिया है. हरभजन का मानना है कि 'वर्कलोड मैनेजमेंट' शब्द का इस्तेमाल आजकल क्रिकेट में जरूरत से ज्यादा हो रहा है.
उन्होंने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी और बुमराह की फिटनेस और प्रदर्शन की तारीफ की. इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय टीम में कुलदीप यादव को शामिल करने की वकालत भी की. हरभजन सिंह का कहना है कि वर्कलोड मैनेजमेंट' क्रिकेट में एक नया कॉन्सेप्ट है, जो टी20 क्रिकेट और खासकर आईपीएल के आने के बाद ज्यादा चर्चा में आया. पहले के समय में खिलाड़ी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलते थे और 'वर्कलोड' का मतलब सिर्फ फिटनेस होता था.
हरभजन ने कहा, "आईपीएल के बाद लोग कहने लगे कि मैं एक मैच में 24 गेंदें फेंकूंगा और वह बिल्कुल सटीक होंगी. लेकिन पहले ऐसा नहीं था. पहले खिलाड़ी पूरी सीरीज खेलते थे. हां, अगर चोट का डर हो, तो सावधानी बरतनी चाहिए. अगर कोई खिलाड़ी चोट के डर से कम मैच खेलना चाहता है, तो उसकी बात को सम्मान देना चाहिए. लेकिन बुमराह जैसे खिलाड़ी, जो पूरी मेहनत और ईमानदारी से खेलते हैं, उनके लिए यह नियम लागू नहीं होना चाहिए."
उन्होंने कहा, "अगर बुमराह को दर्द नहीं है, तो वे सिर्फ 4 ओवर नहीं, बल्कि 10 ओवर का स्पेल फेंक सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने इतना गेंदबाजी की कि चोटिल हो गए. उनकी गेंदबाजी का एक्शन और तेज रफ्तार के कारण उनके शरीर पर बहुत दबाव पड़ता है. अगर उनका शरीर ठीक है, तो उन्हें पांचों टेस्ट खेलने चाहिए. अगर बुमराह खेलते हैं, तो भारत सीरीज जीत सकता है. कोई भी विपक्षी टीम बुमराह का सामना नहीं करना चाहती."
हरभजन ने भारतीय टीम के चयन पर भी अपनी राय दी और कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा, "इंग्लैंड जिस तरह का आक्रामक क्रिकेट खेलता है, उसे कुलदीप के खिलाफ खेलना मुश्किल होगा. मेरे हाथ में होता, तो मैं नीतीश रेड्डी को बाहर करके कुलदीप को लाता."