कोमा में पहुंचे ऑस्ट्रेलिया को विश्व विजेता बनाने वाले डेमियन मार्टिन, भारतीयों को 'खून के आंसू' रुला चुके हैं दिग्गज बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डेमियन मार्टिन को एक भयानक बीमारी हुई, जिसकी वजह से वे कोमा में पहुंच गए हैं. बता दें कि उनका भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन रहा था.
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर डेमियन मार्टिन इन दिनों अस्पताल में जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. वे मेनिन्जाइटिस नाम की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और डॉक्टरों ने उन्हें इंड्यूस्ड कोमा में रखा है.
यह खबर क्रिकेट जगत के लिए बड़ा झटका है. मार्टिन ने अपने करियर में कुल 54 शतक लगाए थे, जिनमें टेस्ट और घरेलू क्रिकेट शामिल हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड चैंपियन भी बनाया है.
क्या हुई घटना?
मार्टिन को बॉक्सिंग डे (26 दिसंबर) के दिन अचानक बीमार महसूस हुआ. वे घर पर आराम करने लेटे थे लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें क्वींसलैंड के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में पता चला कि उन्हें मेनिन्जाइटिस हो गया है.
यह बीमारी दिमाग और रीढ़ की हड्डी के आसपास की झिल्लियों में सूजन पैदा करती है, जो बहुत खतरनाक हो सकती है. दिमाग पर सूजन कम करने और इलाज आसान बनाने के लिए डॉक्टरों ने उन्हें कृत्रिम कोमा में डाल दिया है.
क्रिकेट जगत से शुभकामनाएं
मार्टिन के पुराने साथी और क्रिकेट दिग्गज उनके जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं. उनके करीबी दोस्त और पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि मार्टिन को सबसे अच्छा इलाज मिल रहा है और उनके परिवार को लोगों की दुआओं का पता है.
पूर्व कोच डैरेन लेहमन ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मार्टिन को ढेर सारी दुआएं और प्यार. मजबूत रहो और लड़ते रहो, लीजेंड.' क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने भी मार्टिन के लिए शुभकामनाएं भेजीं. फैंस और पूर्व खिलाड़ी सोशल मीडिया पर उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
मार्टिन का शानदार करियर
डेमियन मार्टिन दाएं हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज थे, जो 1992 से 2006 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले. उन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 13 शतक लगाए और करीब 4406 रन बनाए. वनडे में 208 मैचों में 5 शतक के साथ 5346 रन उनके नाम हैं. कुल अंतरराष्ट्रीय करियर में उनके 18 शतक थे.
घरेलू क्रिकेट में उन्होंने फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए मैचों में और भी कई शतक जड़े, जिससे उनका कुल शतकों का आंकड़ा 54 तक पहुंचा. वे 1999 और 2003 वनडे विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे. 2003 विश्व कप फाइनल में भारत के खिलाफ नाबाद 88 रनों की पारी यादगार है.