Commonwealth Games 2026: स्कॉटलैंड में कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 का आयोजन होना है. 1930 से आयोजित इन खेलों में भारत ने सबसे पहली बार साल 1934 में हिस्सा लिया था, तब से लेकर अब तक भारतीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए यह अच्छा मंच रहा है. लेकिन इस बार उन खेलों को बाहर कर दिया गया, जिसमें भारतीय प्लेयर बढ़िया प्रदर्शन करते आए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक बैडमिंटन (Badminton), क्रिकेट (Cricket), निशानेबाजी (Shooting) और कुश्ती (Wrestling) के स्क्वैश और टेबल टेनिस को राष्ट्रमंडल खेल 2026 से बाहर किया गया है.
23 जुलाई से 2 अगस्त चलेंगे गेम्स
टूर्नामेंट का 23वां संस्करण 23 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित किया जाना है. इस बार कुल 10 खेल शामिल किए गए हैं. इन खेलों में 74 राष्ट्रमंडल देशों के लगभग 3000 एथलीट भाग लेंगे. 1966 के बाद यह पहली बार होगा, जब बैडमिंटन राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा नहीं होगा. स्क्वैश और हॉकी 1998 से राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा रहे हैं, जबकि टेबल टेनिस 2002 से टूर्नामेंट के हर संस्करण में शामिल रहा है.
यह गेम्स होंगे शामिल
2026 कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजकों ने खुलासा किया कि इस आयोजन में एथलेटिक्स और पैरा-एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, बाउल्स और पैरा-बाउल्स, तैराकी और पैरा-तैराकी, कलात्मक जिमनास्टिक, ट्रैक साइकिलिंग और पैरा-ट्रैक साइकिलिंग, नेटबॉल, भारोत्तोलन और पैरा-पावरलिफ्टिंग, जूडो और 3×3 बास्केटबॉल और 3×3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल शामिल होंगे.
भारत को बड़ा झटका कैसे?
2022 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को कुश्ती में 12 मेडल मिले थे, जिसमें 6 गोल्ड शामिल थे. जबकि हॉकी में 1 रजत मिला था. इन गेम्स से हॉकी का बाहर होना भारत के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि पुरुष टीम इस खेल में तीन बार की रजत विजेता जबकि दो बार की कांस्य पदक विजेता है. वहीं क्रिकेट में भारत मेडल जीतने का सबसे बड़ा दावेदार था, इसलिए इस खेल का बाहर होने भारत के लिए बड़ा नुकसान है.
राष्ट्रमंडल खेलों के तुरंत बाद होगा हॉकी विश्व कप
कहा जा रहा है कि हॉकी खेल इसलिए भी बाहर रखा गया है क्योंकि इन खेलों का आयोजन 23 जुलाई से दो अगस्त तक किया जाएगा, इसके ठीक 13 दिन बाद 15 अगस्त से 30 अगस्त तक वावरे, बेल्जियम और अम्स्टेलवीन, नीदरलैंड में हॉकी विश्व कप आयोजित होना है.
पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में कैसा था भारत का प्रदर्शन?
पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित हुए थे, जहां भारतीय एथलीट्स ने बढ़िया प्रदर्शन किया था और 12 मेडल जीते थे. 2026 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में इन 12 में से छह खेल शामिल हीं होंगे. आर्चरी और निशानेबाजी बर्मिंघम गेम्स में शामिल नहीं थे, जिन्हें ग्लासगो में होने वाले खेलों में भी शामिल नहीं किया गया है.
क्यों बाहर किए गए यह खेल?
बताया जा रहा है कि इतने खेलों को हटाने की पीछे की वजह आर्थित तंगी है. दरअसल, कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 पहले सिडनी में होना थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया आर्थिक तंगी का कारण बताकर पीछे हट गया, आखिर में ग्लासगो ने दिलचस्पी दिखाई थी, हालांकि उसने भी आर्थिक कारणों के कारण कम खेलों को शामिल करने का प्लान तैयार किया है, जिसके लिए कॉमनवेल्थ फेडरेशन ने हामी भर दी.