Shahid Afridi: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद अफरीदी भारत के खिलाफ अक्सर कुछ न कुछ बोलते रहते हैं. इसी कड़ी में पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद अफरीदी ने भारतीय सेना को लेकर शर्मनाक बयान दिया था. उन्होंने इस हमले के लिए भारत की आर्मी को जिम्मेदार ठहराया था और उनका कहना था कि इंडियन आर्मी निकम्मी है और वे इस हमले को रोक नहीं सके. हालांकि, इसके बाद भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने उन्हें करारा जवाब दिया था और पाकिस्तान को कारगिल में मिली हार की याद दिलाई थी.
इसके अलावा अफरीदी को भारत की तरफ से कई खिलाड़ियों ने इसको लेकर प्रतिक्रिया दी थी. हालांकि, अब हम उस किस्से पर नजर डालने वाले हैं, जिसकी वजह से अफरीदी भारतीय सेना से इतनी जलन रखते हैं. बता दें कि भारतीय सेना ने साल 2003 में उनके चचेरे भाई को मौत के घाट उतार दिया था और इसी वजह से वे सेना से इतनी नफरत करते हैं.
दरअसल, साल 2003 में अनंतनाग में एक मुठभेड़ के दौरान भारत की बॉर्डर सेक्योरिटी फोर्स (BSF) ने मौत के घाट उतार दिया था. शाहिद का ये भाई कश्मीर में आतंक फैला रहा था और इसी वजह से बीएसएफ ने उनके चचेरे आतंकी भाई को मौत के घाट उतार दिया था. शाकिब को मारने के बाद सेना ने उसकी पहचान एक पाकिस्तानी आतंकवादी के रूप में की थी. इसके अलावा उसके तार अफरीदी के साथ भी जुड़े थे.
ऐसे में इसके बाद से ही अफरीदी को भारतीय सेना से नफरत हो गई है. ये पहला मौका नहीं है, जब अफरीदी ने भारतीय सेना को लेकर इस तरह का बयान दिया है. इससे पहले भी वे कश्मीर को लेकर बोलते रहे हैं और कश्मीर की आजादी की बात करते हैं. हालांकि, उन्हें हर समय भारत की तरफ से करारा जवाब मिलता रहता है.
अफरीदी का ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इसके बाद धवन ने भारत की सेना पर गर्व जताया था और पाकिस्तान को कारगिल में मिली हार की याद दिलाई थी. इसके अलावा बॉक्सर गौरव विधूड़ी ने भी 93,000 सैनिकों के सरेंडर की बात याद दिलाई थी. हालांकि, इसके बाद अफरीदी की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी.