Bangladesh Cricket Board: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) की फ्रेंचाइजी चटगांव किंग्स पर बड़ा एक्शन लिया है. बोर्ड ने फ्रेंचाइजी के पुराने मालिक एसक्यू स्पोर्ट्स एंटरप्राइज लिमिटेड के साथ हुए समझौते को रद्द कर दिया और फ्रेंचाइजी को निलंबित कर दिया. इसका कारण है 46 करोड़ टका से ज्यादा का वित्तीय घोटाला.
बीसीबी के अनुसार, चटगांव किंग्स पर 46 करोड़ टका से ज्यादा का कर्ज है. यह राशि बीपीएल के पहले दो सीजन (2012 और 2013), 2025 सीजन के बकाया और पिछले 12 सालों के ब्याज को मिलाकर बनी है. फ्रेंचाइजी ने फ्रेंचाइजी फीस, टैक्स, खिलाड़ियों और स्टाफ की सैलरी जैसे वित्तीय और अनुबंध संबंधी दायित्वों को बार-बार पूरा नहीं किया.
2025 बीपीएल सीजन में भी चटगांव किंग्स ने कई लोगों को भुगतान नहीं किया. फ्रेंचाइजी ने हेड कोच शॉन टेट की सैलरी, खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के वेतन का पूरा भुगतान नहीं किया. यहां तक कि फ्रेंचाइजी के ब्रांड एम्बेसडर शाहिद अफरीदी को भी उनकी पूरी राशि नहीं दी गई. फ्रेंचाइजी के मालिक समीर कादर चौधरी ने इसे "निजी मामला" बताया, जिससे विवाद और बढ़ गया. इसके अलावा, होस्ट यशा सागर के साथ भी भुगतान को लेकर विवाद हुआ, जिसके चलते कानूनी नोटिस और जवाबी बयानों का सिलसिला चला.
चटगांव किंग्स ने बीपीएल 2025 में मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया. फ्रेंचाइजी ने लीग स्टेज में 12 में से 8 मैच जीते, 16 अंक हासिल किए और +1.395 के नेट रन रेट के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. 16 जनवरी को ग्राहम क्लार्क की 50 गेंदों में 101 रन की शानदार पारी ने खुलना टाइगर्स के खिलाफ 45 रन की जीत दिलाई.
क्वालिफायर 1 में फॉर्च्यून बरिशाल से 9 विकेट से हारने के बाद, क्वालिफायर 2 में अल इस्लाम की आखिरी गेंद पर चौके ने खुलना के 163 रन के लक्ष्य को रोमांचक अंदाज में हासिल कर लिया. फाइनल में किंग्स ने 194/3 का मजबूत स्कोर बनाया, लेकिन बरिशाल ने 3 विकेट से लक्ष्य हासिल कर चटगांव को पहला खिताब जीतने से रोक दिया.