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India Daily

सचिन के लाल अर्जुन तेंदुलकर का हुआ बुरा हाल, मुंबई के बल्लेबाजों ने विजय हजारे ट्रॉफी में की जमकर पिटाई

सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर इस गोवा की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में खेल रहे हैं. मुंबई के खिलाफ मुकाबले में वे काफी महंगे साबित हुए और खूब रन लुटाए.

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सचिन के लाल अर्जुन तेंदुलकर का हुआ बुरा हाल, मुंबई के बल्लेबाजों ने विजय हजारे ट्रॉफी में की जमकर पिटाई
Courtesy: X

नई दिल्ली: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के एक रोचक मुकाबले में गोवा और मुंबई की टीम आमने-सामने हुई. इस मैच पर सभी की नजरें क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर पर टिकी थीं. 

अर्जुन अब गोवा की टीम से खेलते हैं और यह पहला मौका था जब वे 50 ओवर के इस टूर्नामेंट में अपनी पुरानी टीम मुंबई के खिलाफ मैदान पर उतरे. हालांकि, इस मुकाबले में वे काफी महंगे साबित हुए और मुंबई के बल्लेबाजों ने खूब पिटाई की.

गेंदबाजी में महंगी पड़ी स्पेल

अर्जुन के लिए यह मैच काफी निराशाजनक रहा. मुंबई के बल्लेबाजों ने उनकी गेंदों की खूब धुनाई की. अर्जुन ने कुल 8 ओवर फेंके और बिना एक भी विकेट लिए 78 रन दे डाले. 

उनकी इकॉनमी रेट करीब 9.75 की रही, जो किसी गेंदबाज के लिए काफी महंगी साबित हुई. पहले स्पेल में उन्होंने 4 ओवर डाले और 28 रन लुटाए. 

जायसवाल-सरफराज ने की अर्जुन की पिटाई

इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने उनके खिलाफ कई आकर्षक शॉट खेले. दूसरे स्पेल में जब अर्जुन वापस आए तो मुशीर खान और सरफराज खान ने मिलकर उनकी गेंदों पर बड़े-बड़े शॉट लगाए. 

सरफराज ने तो 75 गेंदों पर 157 रन की तूफानी पारी खेली, जिसमें 14 छक्के शामिल थे. मुंबई ने गोवा को 445 रनों का विशाल लक्ष्य दिया.

बल्लेबाजी में भी नहीं चला जादू

गेंदबाजी के बाद अर्जुन से बल्ले से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी. वे ओपनिंग करने उतरे और शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट लगाए. उन्होंने 27 गेंदों पर 24 रन बनाए, जिसमें 5 चौके शामिल थे लेकिन शार्दुल ठाकुर की गेंद पर वे आउट हो गए. गोवा की टीम बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष करती नजर आई.

टूर्नामेंट में अब तक का प्रदर्शन

विजय हजारे ट्रॉफी में अर्जुन का प्रदर्शन अभी तक उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है. कई मैचों में वे विकेट नहीं ले पाए हैं और बल्लेबाजी में भी बड़ा स्कोर नहीं बना सके. 

हालांकि, वे एक युवा ऑलराउंडर हैं और इस फॉर्मेट में अभी और समय चाहिए. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन बेहतर रहा था लेकिन 50 ओवर के मैचों में सुधार की जरूरत है.