Chath Pooja 2023: धर्म ही नहीं सेहत के लिए भी फायदेमंंद है छठ पूजा, पूजन से शरीर को मिलते हैं ये लाभ
Chath Pooja 2023: यूपी और बिहार में आपको छठ पूजा की रौनक देखने को मिल ही जाएगी..छठ पूजा में सिर्फ आस्था नहीं बल्कि इसको करने के वैज्ञानिक और औषधीय महत्व भी हैं.
Priya Singh
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Courtesy: chath pooja
एक बिहारी समाज ही ऐसा समाज है जो सूरज के दोनों रूपों की पूजा करता है..बिहारी समाज सूरज के उगने पर भी उसको पूजता है और उसके अष्ट होने पर भी उसको पूजता है..
एक बिहारी समाज ही ऐसा समाज है जो सूरज के दोनों रूपों की पूजा करता है..बिहारी समाज सूरज के उगने पर भी उसको पूजता है और उसके अष्ट होने पर भी उसको पूजता है..
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छठ पूजा में लोगों की काफी आस्था होती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके वैज्ञानिक और औषधीय महत्व भी हैं.
छठ पूजा में लोगों की काफी आस्था होती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके वैज्ञानिक और औषधीय महत्व भी हैं.
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सूर्य को जल देने की बात करें तो इंसान के शरीर में रंगों का संतुलन बिगड़ने से भी कई बीमारियों के शिकार होने का खतरा होता है और सूर्य को जल देने से यह संतुलन में रहता है.
सूर्य को जल देने की बात करें तो इंसान के शरीर में रंगों का संतुलन बिगड़ने से भी कई बीमारियों के शिकार होने का खतरा होता है और सूर्य को जल देने से यह संतुलन में रहता है.
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वैज्ञानिक नजरिये से देखें तो षष्ठी के दिन विशेष खगोलीय बदलाव होता है जिस कारण इनके दुष्प्रभावों से बचने के लिए जल में खड़े रहकर छठ व्रत किया जाता है.
वैज्ञानिक नजरिये से देखें तो षष्ठी के दिन विशेष खगोलीय बदलाव होता है जिस कारण इनके दुष्प्रभावों से बचने के लिए जल में खड़े रहकर छठ व्रत किया जाता है.
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Courtesy: chath pooja
इस बार छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू होकर 20 नवंबर तक चलने वाला है जिसमें नहाय-खाय, खरना, सांझ अर्घ्य और सुबह की अर्घ्य होगा.
इस बार छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू होकर 20 नवंबर तक चलने वाला है जिसमें नहाय-खाय, खरना, सांझ अर्घ्य और सुबह की अर्घ्य होगा.