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Brown Rice vs White Rice: कौन से रंग वाले चावल से स्वास्थ्य होता है बढ़िया, किससे पड़ता है खराब असर

Brown Rice vs White Rice: चावल हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा है, पर अक्सर हम एक सवाल से जूझते हैं कि क्या चावल खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है या नहीं. इतना हीन हीं हमें कई बार यह भी सुनने को मिलता है कि सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस ज्यादा फायदेमंद हैं.

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Edited By: Vineet Kumar
White rice vs Brown Rice

हाइलाइट्स

  • कितने हेल्थी होते हैं सफेद चावल?
  • ब्राउन राइस का हेल्थ पर क्या पड़ता है असर?

Brown Rice vs White Rice: चावल हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा है, पर अक्सर हम एक सवाल से जूझते हैं कि क्या चावल खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है या नहीं. इतना हीन हीं हमें कई बार यह भी सुनने को मिलता है कि सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस ज्यादा फायदेमंद हैं. लेकिन वैज्ञानिक रूप से इस सवाल का सही जवाब क्या है क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है. आइए आज इस सवाल का जवाब ढूंढते हैं...

कितने हेल्थी होते हैं सफेद चावल?

सफेद चावल चमचमाता दिखता है, जल्दी पकता है और ज्यादातर लोगों को इसका स्वाद भी ज्यादा पसंद आता है. दरअसल, ये चावल अपने असली रूप से काफी बदले हुए होते हैं. इनके ऊपर का भूरा छिलका और अंकुरित अंश हटा दिया जाता है, जिससे पोषक तत्वों की एक बड़ी मात्रा भी निकल जाती है. नतीजा, सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट तो भरपूर होते हैं, लेकिन फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की कमी रह जाती है.

ब्राउन राइस का हेल्थ पर क्या पड़ता है असर?

दूसरी तरफ, ब्राउन चावल अपने प्राकृतिक रूप में होते हैं. इनका बाहरी भूरा छिलका और पोषक तत्वों से भरपूर अंकुरित अंश बरकरार रहते हैं. इस वजह से ब्राउन चावल में फाइबर, विटामिन B1, B6, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्व सफेद चावल से कहीं ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं.

ब्राउन राइस खाने के क्या फायदे हैं?

फाइबर का खजाना: ब्राउन चावल में पाया जाने वाला फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है, कब्ज की समस्या को कम करता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रित करता है.

डायबिटीज पर कंट्रोल: ब्राउन चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका मतलब है कि ये रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से नहीं बढ़ाते हैं. इस वजह से ये डायबिटीज के रोगियों के लिए एक बेहतर विकल्प बन जाते हैं.

हार्ट की सेहत के लिए लाभदायक: ब्राउन चावल में मौजूद मैग्नीशियम और फास्फोरस रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं और हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं.

वेट मैनेजमेंट में सहायक: ब्राउन चावल में पाया जाने वाला फाइबर ज्यादा देर तक पेट को भरा रखता है, जिससे ज्यादा खाने की इच्छा कम होती है और वजन नियंत्रित रहता है.

पोषक तत्वों का खजाना: ब्राउन चावल विटामिन B1, B6, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं.

ब्राउन या सफेद, कौन सा चावल हैं ज्यादा फायदेमंद?

हालांकि ब्राउन चावल पकाने में ज्यादा समय लेते हैं और कुछ लोगों को उनका स्वाद थोड़ा अलग लग सकता है, लेकिन उनकी पोषण क्षमता को नजरअंदाज करना मुश्किल है. इसलिए अगर आप अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहते हैं, तो सफेद चावल की जगह ब्राउन चावल को अपनाना एक बुद्धिमानी भरा फैसला होगा. याद रखिए, सच्चा पहलवान हमेशा चमकदार पोशाक में नहीं होता, बल्कि पोषण गुणों से भरपूर होने में ही असली ताकत होती है.