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तुरंत छोड़ दें एल्युमिनियम फॉयल में खाना पैक करना! हो सकता है जान को खतरा; जानें नुकसान

एल्यूमीनियम फॉइल का इस्तेमाल आमतौर पर किचन में होता है, लेकिन यह गर्म या एसिडिक खाने में एल्यूमीनियम छोड़ सकता है. ज्यादा इस्तेमाल से हड्डियों, किडनी और नसों पर असर पड़ सकता है.

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Edited By: Princy Sharma
तुरंत छोड़ दें एल्युमिनियम फॉयल में खाना पैक करना! हो सकता है जान को खतरा; जानें नुकसान
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: एल्युमिनियम फॉइल हमारी किचन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली चीजों में से एक है. बहुत से लोग इसका इस्तेमाल रोजाना लंच बॉक्स पैक करने, बचे हुए खाने को लपेटने या खाना बनाने के लिए भी करते हैं. यह सुविधाजनक, सस्ता और हानिरहित लगता है. लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि अगर एल्युमिनियम फॉइल का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है.

रिसर्च से पता चलता है कि जब एल्युमिनियम फॉइल गर्म या एसिडिक खाने के संपर्क में आता है, तो एल्युमिनियम के छोटे कण खाने में मिल सकते हैं. नींबू, टमाटर, सिरका, नमकीन व्यंजन या मसालेदार सॉस जैसे खाद्य पदार्थ इस रिएक्शन को बढ़ाते हैं. हालांकि निकलने वाली मात्रा आमतौर पर कम होती है और सामान्य इस्तेमाल के लिए सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन समय के साथ बार-बार संपर्क में आने से स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ सकती हैं.

ब्रेन और नर्वेस सिस्टम के लिए हानिकारक

एक बड़ी चिंता मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर इसके असर को लेकर है. एल्युमिनियम को न्यूरोटॉक्सिन माना जाता है, जिसका मतलब है कि यह तंत्रिका कार्यों को प्रभावित कर सकता है. कुछ अध्ययनों में एक बार एल्युमिनियम के संपर्क को अल्जाइमर रोग से जोड़ा गया था क्योंकि मरीजों के दिमाग में एल्युमिनियम का स्तर ज्यादा पाया गया था. हालांकि, रिसर्च और स्वास्थ्य एजेंसियां ​​​​स्पष्ट करती हैं कि खाने में एल्युमिनियम फॉइल के इस्तेमाल और अल्जाइमर के बीच कोई साबित लिंक नहीं है. यह डर ज्यादातर एक मिथक है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

हड्डियों और किडनी पर भी बुरा असर

ज्यादा एल्युमिनियम के संपर्क में आने से हड्डियों और किडनी पर भी असर पड़ सकता है. एल्युमिनियम का उच्च स्तर कैल्शियम और फॉस्फेट के अवशोषण में बाधा डाल सकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. किडनी शरीर से एल्युमिनियम को बाहर निकालने में मदद करती हैं, लेकिन कमजोर किडनी वाले लोगों को अगर बार-बार इसके संपर्क में आना पड़े तो ज्यादा जोखिम हो सकता है.

एल्युमिनियम फॉइल के नुकसान

गर्म खाने या एसिडिक व्यंजनों के साथ एल्युमिनियम फॉइल का इस्तेमाल करना सबसे जोखिम भरी आदत मानी जाती है. बहुत से लोग स्कूल या ऑफिस के लंच के लिए गर्म खाने को फॉइल में लपेटते हैं, जिसे विशेषज्ञ सख्त मना करते हैं. अच्छी खबर यह है कि आपको एल्युमिनियम फॉइल का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करने की जरूरत नहीं है. 

ऐसे बरतें सावधानी

इसके बजाय, इसका समझदारी से इस्तेमाल करें. खाना स्टोर करने के लिए कांच, सिरेमिक या स्टेनलेस स्टील के कंटेनर चुनें. बेकिंग के लिए सिलिकॉन बेकिंग मैट या बिना ब्लीच वाला पार्चमेंट पेपर और ग्रिलिंग के लिए कास्ट आयरन या स्टेनलेस स्टील के पैन का इस्तेमाल करें. अगर फॉइल जरूरी है, तो इसका इस्तेमाल केवल ठंडे, गैर-एसिडिक खाद्य पदार्थों के लिए करें.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.