Parenting Tips: बीते कुछ सालों से बच्चों में सुसाइड के मामले काफी बढ़ गए. खराब मेंटल हेल्थ और पढ़ाई को प्रेशर के वजह से बच्चे सुसाइड कर लेते हैं. ऐसे मे माता-पिता द्वारा दी गई परवरिश अहम रोल निभाता है. बच्चों की परवरिश एक टीम-वर्क है जिसमें मां और पिता दोनों अहम रोल निभाते हैं. बच्चों की परवरिश में अगर कोई गलती हो जाए तो उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में छोटे बच्चों का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है.
वहीं, दृष्टि IAS के संस्थापक और डायरेक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने एक स्पीच में बच्चों की परवरिश के ऊपर खुलकर बात की है. उन्होंने बताया है कि बच्चों की परवरिश के दौरान मां और पिता को क्या सिखाना चाहिए. आइए जानते हैं परवरिश के दौरान बच्चों को क्या-क्या सिखाना चाहिए.
IAS के संस्थापक और डायरेक्टर विकास दिव्यकीर्ति कहते हैं कि हम बच्चों को कई तरह के विषय के बारे में बताते हैं. जैसे की हिस्ट्री, मैथ्स और इकोनॉमिक्स आदि और सब बेहद जरूरी भी है. लेकिन इन सबके बीच पैरेंट्स जो सिखाना भूल जाते हैं वो है बच्चों को इमोशंस को समझना. पेरेंट्स किताबी ज्ञान देने के में इतने बिजी हो जाते हैं जिसकी वजह से इमोशंस को समझना और उनके साथ कैसे डील करना होता है इसके बारे में सिखाने में मां-बाप चूक जाते हैं.
विकास दिव्यकीर्ति आगे कहते हैं कि जब आपको लगता है कि जीवन में कुछ नहीं बचा और सबकुछ खत्म होने वाला है. ऐसी सोच से हमें खुद को बाहर निकालना आना चाहिए. वे आगे कहते है कि जिंदगी में केवल सफल होना जरूरी नहीं है इसके बजाय खुश रहना ज्यादा जरूरी है.
विकास दिव्यकीर्ति के अनुसार, लोगों को अपने इमोशंस को समझना और कंट्रोल करना बहुत जरूरी है. इससे बच्चों में समझ आती है और वह सही-गलत का फर्क पहचानने लगते हैं. इसलिए अपने बच्चों को इमोशंस को समझना और डील करना सिखाएं. इसके अलावा मुश्किल वक्त में कोई गलत कदम उठाने से रोकने की सीख दें और बताएं कि आप हमेशा उसके साथ हैं.
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