भारत में सरकारी नौकरी आज भी युवाओं के सपनों की पहली पसंद बनी हुई है. इसके पीछे केवल स्थिर आय नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा, पावर और सुविधाओं की मजबूत दीवार भी है. 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद सरकारी वेतन में बड़ा बदलाव आया, जिसने इन पदों को कॉर्पोरेट सेक्टर की नौकरियों के बराबर खड़ा कर दिया. साथ मिलने वाले भत्ते, आवास, वाहन और मेडिकल सुविधाएं सरकारी नौकरी को एक अलग वर्ग में रख देती हैं.
अक्सर यह माना जाता है कि IAS अधिकारी ही सबसे अधिक कमाते हैं. लेकिन हकीकत इससे कहीं विस्तृत है. भारतीय विदेश सेवा (IFS), RBI ग्रेड-B अधिकारी, महारत्न PSU के अफसर और अंतरिक्ष-रक्षा क्षेत्र के वैज्ञानिक कई बार प्रशासनिक सेवाओं से भी अधिक आकर्षक पैकेज पाते हैं. 2026 में 8वां वेतन आयोग लागू होने की उम्मीद के साथ इन नौकरियों के वेतन और सुविधाओं में और बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है.
IFS अधिकारियों की शुरुआती बेसिक सैलरी IAS के समान ₹56,100 होती है. लेकिन विदेश में तैनाती मिलते ही इन्हें फॉरेन अलाउंस, आवास, यात्रा और अन्य भत्ते मिलते हैं. यही वजह है कि कई देशों में इनकी इन-हैंड सैलरी ₹2 से ₹3 लाख प्रति माह तक पहुंच जाती है. यह नौकरी केवल वेतन के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत का चेहरा बनने के अवसर के लिए भी जानी जाती है. जीवनशैली, सुरक्षा और भत्तों का स्तर इसे खास बनाता है.
IAS और IPS अधिकारी की शुरुआती बेसिक ₹56,100 होती है, जो अनुभव और पद बढ़ने पर ₹2,50,000 तक जाती है. कैबिनेट सचिव स्तर तक पहुंचने पर वेतन उच्चतम स्तर पर होता है. लेकिन इन पदों की असली ताकत भत्तों और सुविधाओं में छिपी है.
मुफ्त सरकारी आवास, वाहन, निजी स्टाफ, सुरक्षा गार्ड, मेडिकल कवरेज और आजीवन पेंशन इन सेवाओं को निजी सेक्टर के बड़े पैकेज से भी ज्यादा मजबूत बनाते हैं. यह नौकरी रुतबे और निर्णय लेने की शक्ति के लिए भी पहचानी जाती है.
RBI ग्रेड-B अधिकारी की इन-हैंड सैलरी शुरुआत में ₹1,00,000 से ₹1,15,000 प्रति माह तक रहती है. मुंबई जैसे महंगे शहर में शानदार सरकारी फ्लैट, शिक्षा भत्ता, मेडिकल लाभ और अन्य सुविधाएं मिलती हैं. नौकरी की प्रकृति पूरी तरह वित्तीय नीतियों, बैंकिंग निगरानी और आर्थिक स्थिरता से जुड़ी होती है.
यही कारण है कि इसे बैंकिंग जगत की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी कहा जाता है. चयन प्रक्रिया कठिन, लेकिन पैकेज बेहद आकर्षक माना जाता है.
महारत्न PSU कंपनियों जैसे ONGC, IOCL, NTPC में अधिकारियों का पे-स्केल ₹60,000 से ₹1,80,000 तक होता है. बोनस, फील्ड अलाउंस, मेडिकल और बीमा लाभ जोड़कर सालाना पैकेज 15-20 लाख रुपये तक पहुंच जाता है. इंजीनियरिंग छात्रों के लिए GATE परीक्षा इनके लिए प्रवेश का मुख्य रास्ता है.
यह पद तकनीकी नेतृत्व, फील्ड एक्सपोजर और उच्च वेतन का बेहतरीन संतुलन देते हैं. कई मामलों में इन सेवाओं का कुल पैकेज प्रशासनिक सेवाओं से अधिक माना गया है.
ISRO और DRDO के सीनियर वैज्ञानिकों का वेतन अनुभव के साथ ₹2,00,000 प्रति माह तक जा सकता है. रिसर्च इंसेंटिव, सरकारी आवास, मेडिकल सुविधा और तकनीकी परियोजनाओं में नेतृत्व का अवसर मिलता है. इन सेवाओं में दिमाग की कद्र सबसे ज्यादा होती है.
यह पद उन युवाओं को आकर्षित करते हैं जो तकनीक, नवाचार और देश की रणनीतिक परियोजनाओं में योगदान देना चाहते हैं. वेतन, सम्मान और शोध सुविधाएं मिलकर इसे अलग पहचान देती हैं.