Bilawal Bhutto lies from the UN podium: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के मंच से दावा किया कि हाफ़िज़ अब्दुर रऊफ़, जिसे भारत ने आतंकवादी के रूप में प्रस्तुत किया है, कोई आतंकवादी नहीं है. बिलावल ने कहा, "हाफ़िज़ अब्दुर रऊफ़, जिसकी छवि भारत हर जगह दिखा रहा है, आतंकवादी नहीं है."
इससे पहले पाकिस्तान की सेना की मीडिया शाखा ISPR ने भी वैश्विक समुदाय को गुमराह करने की कोशिश की थी. हालांकि, ISPR द्वारा शेयर की गई रऊफ़ की CNIC की कॉपी में नंबर और जन्म तिथि OFAC की प्रतिबंध सूची से पूरी तरह मेल खाते हैं. यह साक्ष्य स्पष्ट रूप से रऊफ़ की आतंकवादी गतिविधियों की ओर इशारा करता है.
🚨 Bilawal Bhutto Exposed.
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) June 5, 2025
Bilawal Bhutto lies from the UN podium, claiming Hafiz Abdur Rauf, whose image India is flashing everywhere, is not a terrorist. The ISPR had earlier tried the same spin to fool global audiences and media, but the scanned copy of Rauf’s CNIC shared by… pic.twitter.com/XAVovPZyuz
रऊफ़ का आतंकी कनेक्शन
हाफ़िज़ अब्दुर रऊफ़ की CNIC से यह भी पुष्टि होती है कि वह पाकिस्तान मिल्ली मुस्लिम लीग (PMML) का सदस्य है. MML को 2 अप्रैल 2018 को अमेरिकी विदेश विभाग ने लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटे के रूप में आतंकवादी संगठन घोषित किया था. ऐसे में बिलावल का यह दावा कि रऊफ़ आतंकवादी नहीं है, न केवल गलत है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भ्रमित करने की कोशिश भी प्रतीत होता है.
ध्यान भटकाने की कोशिश
बिलावल ने यह सुझाव देकर विवाद को और हवा दी कि रऊफ़ का नाम शायद किसी और प्रतिबंधित व्यक्ति से संयोगवश मिलता-जुलता हो. लेकिन तथ्य बताते हैं कि रऊफ़ वही व्यक्ति है, जिसका CNIC रिकॉर्ड पहले ही उजागर हो चुका है. यह महज संयोग नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति थी, जिसके तहत पाकिस्तान को आतंकवाद से जोड़ने वाले सबूतों को नकारने की कोशिश की गई. पाकिस्तान का नाम बार-बार आतंकवाद से जुड़े दस्तावेजों में सामने आता है.