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संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में किया अकाल का ऐलान, हमास से इजरायल को लेकर UN और सुरक्षा परिषद से की ये बड़ी मांग

संयुक्त राष्ट्र ने इस आपदा को "मानव निर्मित आपदा" बताया. इस बीच महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे "नैतिक अभियोग और मानवता की विफलता" बताते हुए इसकी निंदा की, और तत्काल युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और अप्रतिबंधित मानवीय मदद का आग्रह किया.

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Edited By: Mayank Tiwari
Starving Children in Gaza
Courtesy: X@TRTWorldNow

गाजा सिटी और इसके आसपास के क्षेत्रों में आधिकारिक तौर पर अकाल की स्थिति घोषित की गई है. वैश्विक भुखमरी निगरानी संस्था, इंटीग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन (आईपीसी) ने शुक्रवार (22 अगस्त 2025) को चेतावनी दी कि भुखमरी तेजी से पूरे फिलिस्तीनी क्षेत्र में फैल रही है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दो फिलिस्तीनियों की भुखमरी से मौत हो गई, जबकि इजरायली हमलों में 71 लोग मारे गए हैं.

आईपीसी के अनुसार, गाजा में 5,14,000 लोग लगभग हर चार में से एक फिलिस्तीनी पहले से ही अकाल की स्थिति में हैं. सितंबर के अंत तक यह संख्या 6,41,000 तक पहुंचने की आशंका है. गाजा सिटी में अकेले 2,80,000 लोग इजरायल और हमास के बीच लगभग दो सालों से चल रहे युद्ध के कारण भुखमरी का सामना कर रहे हैं. आईपीसी ने बताया कि यह अफ्रीका के बाहर पहला दर्ज किया गया अकाल है, और यह कुछ हफ्तों में दक्षिणी क्षेत्रों जैसे देयर अल-बलाह और खान यूनिस तक फैल सकता है.

संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली हमले पर जताई नाराजगी

संयुक्त राष्ट्र ने इस स्थिति को “मानव निर्मित आपदा” करार दिया. इस दौरान यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे “मानवता की नैतिक निंदा और विफलता”बताते हुए तत्काल युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और बिना किसी दिक्कत के मानवीय मदद की मांग की. यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा, “गाजा में अकाल इजरायली कार्रवाइयों का प्रत्यक्ष परिणाम है और भुखमरी से होने वाली मौतें युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकती हैं.

जानिए इजरायल ने क्या कहा?

इजरायल ने अकाल की रिपोर्ट को “झूठा और पक्षपातपूर्ण” बताकर खारिज किया और आईपीसी की रिपोर्ट हमास के सूत्रों पर आधारित है और अकाल की घोषणा करते समय इस प्रणाली पर "अपने ही नियमों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने" का आरोप लगाया है. इस दौरान इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा, “गाजा में कोई अकाल नहीं है.”

हमास ने सहायता के लिए गाजा सीमा खोलने की मांग की

संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अकाल घोषित किए जाने के बाद, हमास ने गाजा में युद्ध को तत्काल समाप्त करने और पट्टी में मदद के प्रवाह पर इजरायल द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है. हमास ने "युद्ध को रोकने और घेराबंदी हटाने के लिए संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद से तत्काल कार्रवाई" की मांग की है और मांग की है कि गाजा में सीमा पार "बिना किसी प्रतिबंध के खोली जाए ताकि भोजन, दवा, पानी और ईंधन का तत्काल और लगातार प्रवेश हो सके."

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गाजा सिटी के अकाल पर जताई चिंता

इस बीच ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और कई यूरोपीय देशों ने गाजा की मानवीय स्थिति को “अकल्पनीय स्तर” पर पहुंचने की बात कही. रॉयटर्स के एक सर्वे में 65% अमेरिकियों ने कहा कि अमेरिका को गाजा में भुखमरी से जूझ रहे लोगों की मदद करनी चाहिए. बता दें कि, बीते 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले, जिसमें 1,200 इजरायलियों की मौत हुई और 250 बंधक बनाए गए, इसके बाद शुरू हुए युद्ध में अब तक 62,263 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.