9/11 Terrorist Attack: 11 सितंबर 2001 की सुबह ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. अलकायदा से जुड़े 19 आतंकियों ने चार अमेरिकी यात्री विमानों को हाईजैक कर उन्हें हथियार की तरह इस्तेमाल किया. दो विमानों को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर से टकरा दिया गया, जिससे कुछ ही घंटों में दोनों गगनचुंबी इमारतें धराशायी हो गईं. यह दृश्य इतना भयावह था कि दुनिया भर के लोग टीवी स्क्रीन पर सन्न रह गए.
इसी दौरान तीसरा विमान अमेरिकी सैन्य शक्ति के प्रतीक पेंटागन से टकराया और चौथा विमान यात्रियों के प्रतिरोध के चलते पेंसिल्वेनिया के एक खेत में जा गिरा. इस हमले में लगभग 3,000 लोगों की मौत हुई, जिनमें 90 देशों के नागरिक शामिल थे. 9/11 सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आतंकवाद का सबसे बड़ा सबक बन गया.
9/11 हमलों की 24वीं वर्षगांठ से पहले निचले मैनहट्टन के ऊपर ट्रिब्यूट इन लाइट को रोशन किया गया.
The Tribute in Light is illuminated above the skyline of lower Manhattan and One World Trade Center behind the Statue of Liberty, Wednesday evening ahead of the 24th anniversary of the 9/11 attacks in New York City #newyork #newyorkcity #nyc #tributeinlight #statueofliberty pic.twitter.com/aFxZrcdj3H
— Gary Hershorn (@GaryHershorn) September 11, 2025
अलकायदा के 19 आतंकियों ने चार कमर्शियल विमानों को हाइजैक कर लिया. इन विमानों को बॉक्स-कटर और चाकुओं की मदद से कब्जे में लिया गया. आतंकियों का मकसद अमेरिका के अहम प्रतीकों को निशाना बनाना था.
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर आर्थिक शक्ति और वैश्वीकरण का प्रतीक था. अलकायदा ने इसे निशाना बनाकर अमेरिका की आर्थिक ताकत को चुनौती दी. कुछ ही घंटों में दोनों 110 मंजिला टॉवर मलबे में बदल गए.
तीसरा विमान वर्जीनिया में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया. यह हमला अमेरिका की सैन्य शक्ति पर सीधा प्रहार था.यूनाइटेड फ्लाइट 93 के यात्रियों ने आतंकियों का मुकाबला किया. उनकी बहादुरी के चलते विमान अपने लक्ष्य (संभावित तौर पर कैपिटल बिल्डिंग) तक नहीं पहुंच सका और खेत में क्रैश हो गया.
इस हमले में 2,977 लोग मारे गए. इनमें से 2,753 लोग न्यूयॉर्क में, 184 पेंटागन में और 40 चौथे विमान में थे. हज़ारों लोग घायल हुए और कई अग्निशमनकर्मी व पुलिस अधिकारी भी शहीद हो गए.
ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व वाला अलकायदा अमेरिका को दुश्मन मानता था. उसका उद्देश्य मुस्लिम देशों की सरकारों को गिराना और अमेरिकी प्रभाव को खत्म करना था.
1973 में बने ट्विन टॉवर उस समय दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में शामिल थे. यहां 430 कंपनियां और करीब 35,000 कर्मचारी काम करते थे.
इस हमले के बाद अमेरिका ने 'War on Terror' यानी आतंक के खिलाफ युद्ध शुरू किया. सुरक्षा कानून सख्त हुए और एयरपोर्ट सुरक्षा की तस्वीर बदल गई.
2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया. आज अलकायदा कमजोर हो चुका है, लेकिन 9/11 की यादें आज भी दुनिया के दिलों को दहला देती हैं.