Trump-Melania Escalator Controversy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की अपनी यात्रा के दौरान हुई तकनीकी गड़बड़ियों को 'जानबूझकर की गई तोड़फोड़' करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि जब एस्केलेटर अचानक रुक गया तब वह और उनकी पत्नी मेलानिया गिरने से बच गए. ट्रंप ने दावा किया कि उनकी यूएन यात्रा में तीन बड़ी समस्याएं सामने आईं. एस्केलेटर का अचानक बंद हो जाना, टेलीप्रॉम्प्टर का काम न करना और ऑडियो सिस्टम का खराब होना. ट्रंप ने इन्हें तीन बार की तोड़फोड़' बताया और जिम्मेदार लोगों पर कड़ी नाराजगी जताई.
ट्रंप ने कहा कि उनका टेलीप्रॉम्प्टर करीब 15 मिनट तक बंद रहा, जिसके चलते उन्हें बिना किसी मदद के भाषण देना पड़ा. वहीं, ऑडिटोरियम में बैठे कई लोग उनका भाषण सुन ही नहीं पाए. यहां तक कि प्रथम महिला मेलानिया, जो सामने की पंक्ति में बैठी थीं, ने कहा कि वह उनका एक भी शब्द नहीं सुन सकीं. ट्रंप ने इसे साजिश करार देते हुए जांच की मांग की और कहा कि एस्केलेटर के सुरक्षा फुटेज को तुरंत सुरक्षित रखा जाए. उन्होंने इस मामले की जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासचिव तक पहुंचाने की भी बात कही.
ट्रंप ने बताया कि जैसे ही वह और मेलानिया एस्केलेटर से ऊपर जा रहे थे, यह अचानक बीच में ही रुक गया. दोनों ने रेलिंग पकड़ रखी थी, इसी वजह से वे गिरने से बच गए. ट्रंप ने कहा कि यह कोई साधारण गड़बड़ी नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश थी.
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भाषण देते समय ट्रंप का टेलीप्रॉम्प्टर करीब 15 मिनट तक बंद रहा. उन्हें बिना टेक्स्ट के ही भाषण देना पड़ा. इसके अलावा हॉल का ऑडियो सिस्टम भी बिगड़ गया, जिससे मेलानिया समेत कई लोग भाषण नहीं सुन सके.
ट्रंप ने इन घटनाओं को 'तीन बार की तोड़फोड़' बताते हुए संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों पर शक जताया. उन्होंने सीक्रेट सर्विस की जांच की पुष्टि की और कहा कि जिम्मेदार लोगों को शर्म आनी चाहिए.
संयुक्त राष्ट्र ने ट्रंप के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह तकनीकी गड़बड़ी थी. उनके मुताबिक सुरक्षा तंत्र इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि किसी वस्तु या व्यक्ति के फंसने पर एस्केलेटर रुक जाता है. संभव है कि वीडियोग्राफर ने गलती से यह सुरक्षा फंक्शन सक्रिय कर दिया हो.