व्हाइट हाउस के साउथ लॉन से मरीन वन में सवार होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने दोहराया कि "ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होंगे. उन्होंने दावा किया कि ईरान की जो परमाणु सुविधाएं युद्ध में नष्ट कर दी गई हैं, उन्हें अब दोबारा नहीं बनाया जा सकेगा. एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें फोन कर ईरान मुद्दे पर मदद की पेशकश की है.
ट्रंप ने कहा, "पुतिन ने मुझसे बात की और कहा कि वह इस मामले में सहयोग करना चाहते हैं. इसके बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, "ISRAEL ईरान पर हमला नहीं करेगा. सभी विमान वापस लौटेंगे और 'Plane Wave' करते हुए दोस्ताना अंदाज में ईरान की ओर इशारा करेंगे. किसी को कोई नुकसान नहीं होगा, युद्धविराम प्रभावी है! आपके ध्यान के लिए धन्यवाद."
दूसरी ओर, ईरान सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसने अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने के लिए "आवश्यक कदम उठा लिए हैं". ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के एक करीबी सहयोगी ने कहा, "खेल अभी खत्म नहीं हुआ है. हमारे पास अब भी समृद्ध यूरेनियम का भंडार है."
दरअसल युद्ध की शुरुआत इज़राइल द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने से हुई थी. इज़राइल का आरोप था कि ईरान गुप्त रूप से परमाणु बम बनाने की दिशा में काम कर रहा है.जबकि ईरान का कहना था कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. वहीं युद्ध के दौरान अमेरिका भी इज़राइल के साथ शामिल हो गया और उसने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. इसके जवाब में ईरान ने कतर और इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइल हमले किए थे. ट्रंप ने इस युद्ध के दौरान यह भी कहा कि अमेरिका को पता है कि ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई कहां छिपे हुए थे, और ईरान को पूरी तरह से आत्मसमर्पण करना होगा. इससे पहले इज़राइल ने खामेनेई की हत्या की धमकी दी थी.
नाटो को लेकर ट्रंप ने कहा कि वह अभी यह नहीं कह सकते कि वह अनुच्छेद 5 के प्रति प्रतिबद्ध हैं या नहीं. जानकारी के लिए बता दें कि नाटो का अनुच्छेद 5 यह कहता है कि किसी एक सदस्य देश पर हमला, सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाएगा और वे मिलकर उसकी रक्षा करेंगे. जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह इस पारस्परिक रक्षा अनुच्छेद का समर्थन करते हैं, तो उन्होंने कहा-"यह इस पर निर्भर करता है कि आप अनुच्छेद 5 की परिभाषा क्या मानते हैं. इसकी कई परिभाषाएं हैं, आपको पता है ना? लेकिन मैं उनके दोस्त बनने के लिए प्रतिबद्ध हूं, मैंने कई नेताओं से दोस्ती कर ली है, और मैं उनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हूं."