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India Daily

SCO बैठक में NSA अजीत डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ की वैश्विक एकजुटता की अपील

Shanghai: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बीजिंग में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में आतंकवाद के मुद्दे को मजबूती से उठाया है. बैठक में उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोहरी नीति अपनाने से सभी को केवल नुकसान ही होता है. पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवाद को राजनीतिक औजार के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जो वैश्विक शांति के लिए खतरा है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
अजीत डोभाल
Courtesy: web

इसके साथ ही डोभाल ने जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके सहयोगियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए. आतंकवाद के हर रूप की कड़ी निंदा की जानी चाहिए, चाहे वह कहीं से भी उत्पन्न हुआ हो. उन्होंने सभी SCO सदस्य देशों से आग्रह किया कि वे आतंकियों को संरक्षण देने वाले देशों की पहचान करें और उनके खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करें. डोभाल ने कहा कि भारत सीमा पार आतंकवाद के खतरों से दशकों से जूझ रहा है और 26/11 मुंबई हमले में इसका स्पष्ट उदाहरण देखा जा सकता है. SCO के दूसरे सदस्य भी सुरक्षा सलाहकारों के इस सेशन में मौजूद थे. भारत ने शंघाई, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और इसके पर्यवेक्षक देश बेलारूस तथा SCO संवाद साझेदार समूहों से लगातार ऐसे सभी स्वरूपों की निंदा करने की बात कही.

आतंकी ठिकानों को नष्ट करने चलाया ऑपरेशन सिदूर- NSA

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद नई दिल्ली ने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने और उन्हें भारत में हमले करने से रोकने के उद्देश्य से ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली थी, जिसमें 26 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे. एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि भारत की यह कार्रवाई संतुलित और गैर-उकसावे वाली थी. उन्होंने स्पष्ट किया कि सीमा पार आतंकवाद सहित किसी भी तरह का आतंकी कृत्य मानवता के खिलाफ अपराध है.

आतंकवाद के खिलाफ अपनाई जाए जीरो टोलरेंस नीति

डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति अपनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि आतंकी संगठनों को फंडिंग और हथियारों की आपूर्ति रोकना बहुत जरूरी है. डोभाल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आतंकवाद को किसी धर्म, संस्कृति, नस्ल या राष्ट्रीयता से जोड़ना सही नहीं है और यह पूरे विश्व समुदाय की जिम्मेदारी है कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कदम उठाए जाएं. डोभाल ने SCO को आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक आवाज़ उठाने के लिए एक प्रभावशाली मंच बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि विश्व समुदाय आतंक के समर्थन को पूरी तरह समाप्त करे. 


एनएसए डोभाल ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से अपील की कि वे आतंकी हमलों के अपराधियों, योजनाकारों, वित्तपोषकों और संरक्षकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने में मदद करें. उन्होंने आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से लड़ने के लिए संयुक्त सूचना अभियान चलाने की भी वकालत की.