UN Chief in Gaza: बम, बारूद और मिसाइलों की मार से खंडहर हुए गाजा का हाल बेहाल है. 7 अक्टूबर 2023 से जारी इजरायल और हमास के बीच जंग ने इंसानियत को बहुत पहले ही दफन कर दिया है. अब एक बार फिर से उस इंसानियत को जिंदा करने की कोशिशें जारी हैं. इन कोशिशों में कितना दम है इस पर कुछ भी कहना सही नहीं होगा. खबर है कि यूनाइटेड नेशन के चीफ एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) गाजा का दौरा करेंगे. वो मिस्त्र के बॉर्डर का भी दौरा करेंगे. इस दौरे का मकसद गाजा में इंसानियत की जड़ों को फिर से हरा भरा करना है. यानी वो युद्धविराम की अपील करेंगे ताकि पांच महीनों से जारी इजरायल-हमास युद्ध खत्म हो सके और गाजा पर एक बार फिर से इंसानी जीवन लौट सके.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार यूएन चीफ गाजा का दौरा शनिवार को कर रहे हैं. उनका ये दौरा तब हो रहा है जब इजरायल ने गाजा पर एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन करने की धमकी दी है. इजरायल मिस्त्र के बॉर्डर के ऊपर से गाजा के दक्षिणी रफाह सिटी पर भयंकर हमले की योजना बना रहा है.
गाजा के 2.3 मिलियन लोगों में से अधिकांश लोग दक्षिणी शहर रफाह में शरण लिए हुए हैं. और अगर इस शहर पर इजरायल हमला करता है तो और भी जिंदगियां बर्बाद हो जाएंगी.
इस खबर को लिखे जाने तक मिली सूचना के मुताबिक यूनाइटेड नेशन के चीफ एंटोनियो गुटेरेस शनिवार 23 मार्च को मिस्र के उत्तरी सिनाई में अल अरिश पहुंच चुके हैं. इसी स्थान से गाजा को मानवीय सहायता प्रदान की जाती है. यूएन चीफ का स्वागत क्षेत्रीय गवर्नर मोहम्मद शुशा ने किया. उन्होंने कहा कि गाजा की सहायता के लिए खाद्य सामग्री से भरे 7,000 ट्रक को इजरायल द्वारा कुछ निरीक्षण प्रक्रियाओं के चलते रोक दिया गया है.
एंटोनियो गुटेरेस Al Arish अस्पताल का भी दौरा कर सकते हैं. क्योंकि इसी अस्पताल में गाजा से इवेक्युएट किए गए फिलिस्तीनियों का इलाज चल रहा है. रफाह शहर के मिस्त्र की ओर रहने वाले यूएन वर्कर से भी गुटेरेस मिल सकते हैं.
इस्लाम धर्म में पवित्र महीनों में से एक रमजान का महीना चल रहा है. ऐसे में इस समय युद्ध में नरमी आई है. लेकिन गाजा में मानवीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. यूएसए और अन्य देश गाजा में हवाई और पानी के रास्ते से मदद पहुंचाने के लिए जहाजों की मांग कर रहे हैं. लेकिन मानवीय एजेंसियों का कहना है कि गाजा में पहुंचाई जा रही मानवीय सहायता का 5वां हिस्सा ही वहां तक पहुंच पा रहा है. इसमें तेजी लाने के लिए हमें तेजी से सड़क के जरिए डिलीवरी करनी होगी.
इजरायल ने चरमपंथी संगठन हमास को खत्म करने की कसम खाई है. वह इस बात को लेकर चिंतित है कि फिलिस्तीनियों के लिए राहत सामग्री को हमास के लड़ाके रास्ते में ही जब्त कर सकते हैं. क्योंकि हमास के लड़ाकों ने मदद सामाग्री को कई बार लूट चुके हैं.
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार इजरायली ऑपरेशन में अब तक 32,000 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इजरायल के अनुसार हमास ने इजरायल पर हमला कर करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था और हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हो चुकी थी.