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India Daily

तीसरे विश्व युद्ध का खतरा! यूक्रेन ने काला सागर में रूस के जासूसी जहाज को किया तबाह, पोलेंड पर ड्रोन हमले के बाद बिगड़े हालात!

पूर्व खुफिया अधिकारी फिलिप इंग्राम ने बताया, रूस के "नौसैनिक ताकत को पहले कभी इतनी बड़ी चुनौती नहीं दी गई है" क्योंकि कल जारी किए गए एक वीडियो में यूक्रेन के ड्रोन ऑपरेटरों और विशेष बलों को कब्जे वाले क्रीमिया पर हमला करते हुए दिखाया गया है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Ukraine attacked Russian ship
Courtesy: x

यूक्रेन ने एक हमले में रूस के £45 मिलियन के जासूसी जहाज को नष्ट कर दिया. यह घटना ब्लैक सी के नोवोरोस्सिय्स्क के पास हुई, जहां यूक्रेनी ड्रोन ने 240 फीट लंबे एमपीएसवी07 नौसैनिक जहाज को निशाना बनाया. इस जहाज को रूस ने इलेक्ट्रॉनिक जासूसी के लिए तैनात किया था, लेकिन यूक्रेन के ड्रोन हमले ने इसके उपकरणों को पूरी तरह नष्ट कर दिया. 

अंग्रेजी वेबसाइट द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले का नाटकीय वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें जहाज पर भयंकर विस्फोट दिखाई दे रहा है. इस घटना ने रूस की ब्लैक सी फ्लीट को एक और करारा झटका दिया है, जिसे पहले भी यूक्रेन ने कई बार निशाना बनाया है.

रूस की खुफिया क्षमता को लगा बड़ा झटका

यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी ने कहा, “एमपीएसवी07 प्रोजेक्ट जहाज डाइविंग कॉम्प्लेक्स, रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल्स, साइड-स्कैन सोनार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के साधनों से लैस था. इस जहाज का इस्तेमाल यूक्रेन पर खुफिया जानकारी जुटाने के लिए किया जा रहा था. रूस के पास इस तरह के केवल चार खुफिया जहाज हैं, और इस हमले ने उसकी नौसैनिक शक्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह जहाज अब महंगे पूरी तरह से बेकार हो चुका है.

ब्लैक सी: रूस के लिए बन रहा कब्रिस्तान

यूक्रेन ने ब्लैक सी को रूस की नौसेना के लिए कब्रिस्तान में बदल दिया है. ड्रोन, मिसाइलों और खुफिया कमांडो ऑपरेशनों के जरिए यूक्रेन ने रूस की नौसैनिक ताकत को बार-बार चुनौती दी है. पूर्व खुफिया अधिकारी फिलिप इंग्राम ने कहा, “रूस की नौसैनिक ताकत को पहले कभी इस तरह की चुनौती नहीं मिली.” हाल ही में रिलीज हुए एक वीडियो में यूक्रेन के ड्रोन ऑपरेटरों और विशेष बलों को क्रीमिया पर हमला करते देखा गया. इंग्राम ने ‘बैटल प्लान्स एक्सपोज्ड’ के इस हफ्ते के एपिसोड में बताया कि यूक्रेन के हमलों ने रूस के रडार सिस्टम, कमांड पोस्ट और यहां तक कि GLONASS सैटेलाइट नेटवर्क को भी निष्क्रिय कर दिया है.  

सेवास्तोपोल अब सुरक्षित नहीं

रूस की नौसेना का गौरव माना जाने वाला सेवास्तोपोल अब सुरक्षित नहीं रहा. इंग्राम ने कहा, “यूक्रेन के हमलों ने इसे रूसी नौसेना के लिए बेहद खतरनाक बना दिया है.” इसके बाद से ही, रूस ने अपने जहाजों को नोवोरोस्सिय्स्क और जॉर्जिया के अलगाववादी क्षेत्र अबखाजिया में एक अस्थायी बेस में शिफ्ट कर दिया है. 

पोलैंड पर ड्रोन अटैक से बढ़ा युद्ध का खतरा 

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पोलैंड के एयरस्पेस के उल्लंघन पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है. यह घटना तब हुई जब 19 रूसी ड्रोन पोलैंड की सीमा में घुस आए. पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा कि चार ड्रोन को नाटो के लड़ाकू विमानों ने मार गिराया, जिससे देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे करीब संघर्ष की स्थिति में पहुंच गया है. 

पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोरस्की ने स्थानीय रेडियो पर कहा, “हम दुनिया का ध्यान इस अभूतपूर्व रूसी ड्रोन हमले की ओर आकर्षित कर रहे हैं, जो संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और नाटो के एक सदस्य पर हुआ है.” उन्होंने कहा, “मैं पहले भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने पेश हो चुका हूं, और मुझे लगता है कि हमारे तर्क प्रभावी रहे हैं.” रूस ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, जबकि एक पोलिश अधिकारी ने दावा किया कि ड्रोन यूक्रेन की दिशा से आए थे.

जानें पोलैंड की कैसी है सैन्य तैयारी!

प्रधानमंत्री टस्क ने लास्क शहर के एक वायु सेना अड्डे पर सैनिकों को संबोधित करते हुए पोलैंड की सैन्य आधुनिकीकरण की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने नाटो के सहयोगी बलों और पोलिश सेना की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की. टस्क ने बताया कि पोलैंड को अगले साल अमेरिका से अपने पहले F-35 लड़ाकू विमान मिलने की उम्मीद है, जो 2030 तक कुल 32 विमानों की डिलीवरी का हिस्सा होंगे. उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ करेंगे कि हमारे सहयोगी दायित्व, जो आज हमारे लिए इतने महत्वपूर्ण हैं, हमारे सहयोगियों द्वारा पूरे किए जाएं.” 

नाटो और ब्रिटेन का समर्थन

ब्रिटेन सरकार ने कहा कि रूस के बढ़ते खतरे के खिलाफ नाटो के पूर्वी हिस्से को मजबूत करने के लिए पोलैंड में और ब्रिटिश सैनिक तैनात किए जा सकते हैं. नाटो ने अपने हर इंच जमीन की रक्षा करने का वचन दिया है, और ब्रिटेन ने कल घोषणा की कि वह पुतिन के “'टेस्ट” का सामना करने के लिए तैयार है. ब्रिटेन के रक्षा सचिव जॉन हीली ने जर्मनी, फ्रांस और इटली के रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक के बाद रूस की “लापरवाह, खतरनाक हरकतों की निंदा की.