Trump on Gaza Peace Deal: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा युद्ध समाप्ति को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी पेश की गई शांति योजना पर लगभग सभी पक्ष सहमत हैं और वार्ता अगले कुछ दिनों में पूरी हो सकती है. ट्रंप ने इस प्रस्ताव को 'अद्भुत' बताया और दावा किया कि इसके लागू होने के बाद बंधकों की रिहाई तुरंत हो जाएगी.
ट्रंप ने वॉशिंगटन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि 'हमें लचीलापन दिखाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि लगभग सभी इस पर सहमत हैं.' उन्होंने कहा कि गाजा युद्ध को खत्म करने की दिशा में जो प्रस्ताव उन्होंने रखा है, वह सभी के लिए 'विन-विन स्थिति' है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि 'कुछ मामूली बदलाव' संभव हैं, लेकिन इससे समग्र सहमति पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल ने पहले ही इस योजना को मंजूरी दे दी है. ट्रंप के मुताबिक, इस प्रस्ताव के जरिए बंधक लगभग 'तुरंत' रिहा हो जाएंगे और संघर्षविराम लागू होने का रास्ता साफ हो जाएगा.
טראמפ לשאלת כאן חדשות: אין צורך בהרבה גמישות, שיחות המו"מ יימשכו כמה ימים@nathanguttman pic.twitter.com/YZLPwzqJ2P
— כאן חדשות (@kann_news) October 5, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी शांति योजना को 'हमास प्लान' कहकर संदर्भित किया और कहा कि यह अब तक की सबसे ठोस कोशिश है. उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के तहत सभी पक्षों के हितों का ध्यान रखा गया है और यह न केवल संघर्षविराम बल्कि दीर्घकालिक स्थिरता की दिशा में एक निर्णायक कदम है.
ट्रंप ने कहा 'इस डील के जरिए बंधकों की रिहाई तुरंत होगी, मानवीय सहायता गाजा में बिना रुकावट पहुंचेगी और सुरक्षा संतुलन भी बना रहेगा.' उन्होंने इसे 'एक ऐसी योजना बताया जिस पर कोई भी विवाद की गुंजाइश नहीं छोड़ता.'
ट्रंप ने माना कि भले ही सभी पक्षों की सहमति लगभग बन चुकी है, लेकिन औपचारिक घोषणा में कुछ दिन लग सकते हैं. उन्होंने कहा, 'वार्ताएं जारी हैं, और शायद दो दिन में सब तय हो जाएगा.' उन्होंने यह भी इशारा किया कि इजराइल और कुछ अन्य साझेदार देशों के साथ अंतिम दस्तावेज पर सहमति के बाद समझौते की घोषणा होगी. अमेरिकी विदेश विभाग के सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य मध्य पूर्व में युद्धविराम के साथ-साथ बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना है.
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया में हस्तक्षेप का दावा किया है, लेकिन इस बार का स्वर पहले से अधिक आत्मविश्वास भरा है. विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की रणनीति अमेरिकी चुनावों से पहले 'शांति निर्माता' की छवि को मजबूत करने की कोशिश भी हो सकती है.
ट्रंप प्रशासन की यह पहल उस समय सामने आई है जब गाजा में मानवाधिकार संकट गहराता जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय दबाव इजराइल व हमास दोनों पर बढ़ा है. अब देखना यह होगा कि ट्रंप का यह दावा केवल बयानबाजी साबित होता है या वाकई गाजा में शांति का नया अध्याय खुलता है.