त्योहारी मौसम में हवाई टिकटों के आसमान छूने की संभावना को देखते हुए DGCA ने सक्रिय रुख अपनाया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के निर्देश पर DGCA ने एयरलाइनों के साथ बैठक कर किराए और उड़ानों की क्षमता की समीक्षा की.
इस दौरान नियामक ने साफ कहा कि यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए एयरफेयर पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
DGCA की समीक्षा बैठक में देश की प्रमुख एयरलाइनों इंडिगो, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट ने त्योहारी सीजन में बढ़ती मांग को देखते हुए अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की. इंडिगो ने 42 सेक्टरों में लगभग 730 अतिरिक्त उड़ानें, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 20 सेक्टरों में 486 उड़ानें, जबकि स्पाइसजेट ने 38 सेक्टरों में 546 उड़ानों की योजना बनाई है. DGCA ने स्पष्ट किया कि एयरलाइनों को इस दौरान क्षमता में वृद्धि करनी होगी ताकि यात्रियों को वाजिब दामों पर टिकट मिल सके और ब्लैक मार्केटिंग जैसी स्थितियों से बचा जा सके.
DGCA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि त्योहारी सीजन के दौरान एयरफेयर पर सख्त निगरानी रखी जाएगी. अधिकारी ने कहा, 'हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि एयरलाइंस पर्याप्त उड़ानें संचालित करें ताकि मांग के अनुसार आपूर्ति बनी रहे और टिकटों की कीमतें नियंत्रण में रहें.' हाल के वर्षों में DGCA ने अपनी मॉनिटरिंग और ऑडिटिंग प्रणाली को और मजबूत किया है ताकि पारदर्शिता और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जा सकें.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, DGCA ने साल 2020 से जून 2025 के बीच कुल 171 नियामक ऑडिट पूरे किए हैं. इस कदम का उद्देश्य हवाई सुरक्षा मानकों को और कड़ा बनाना है. इसके अलावा, इस साल अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया हादसे के बाद DGCA ने शेड्यूल्ड और नॉन-शेड्यूल्ड एयरलाइंस, फ्लाइंग स्कूल्स और मेंटेनेंस ऑर्गनाइजेशंस का विशेष ऑडिट भी शुरू किया है, ताकि किसी भी तरह की लापरवाही न हो और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा सके.
DGCA के हालिया कदम से यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. हर साल की तरह इस बार भी दिवाली, दशहरा और क्रिसमस के दौरान हवाई यात्रा की मांग कई गुना बढ़ने की संभावना है. एयरलाइनों द्वारा अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा से न केवल टिकटों की कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद है, बल्कि दूरस्थ रूटों पर भी कनेक्टिविटी बेहतर होने की संभावना है. DGCA ने साफ कर दिया है कि इस बार यात्रियों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.