Donald Trump White House Diwali: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में दिवाली मनाते हुए पारंपरिक दीया जलाया और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ इस पर्व का जश्न मनाया. इस मौके पर ट्रंप ने दिवाली को 'अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत' का प्रतीक बताया. कार्यक्रम में एफबीआई निदेशक काश पटेल और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड जैसी भारतीय-अमेरिकी हस्तियां भी शामिल हुईं. समारोह के दौरान ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं के बीच व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा हुई.
रेजोल्यूट डेस्क के सामने फूलों से सजी मेज पर एक पारंपरिक पीतल का पांच बत्ती वाला दीया रखा था, जब ट्रंप दिवाली के आध्यात्मिक अर्थ पर प्रकाश डालते हुए एक संदेश पढ़ रहे थे. उन्होंने कहा कि यह दीया अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है.
समारोह से ठीक पहले, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत की, जिसमें मुख्य रूप से व्यापार के मुद्दों पर चर्चा हुई. ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने कहा, 'हमने कई मुद्दों पर बात की, लेकिन ज्यादातर व्यापार जगत पर.' उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत भविष्य में रूसी तेल की बड़ी मात्रा नहीं खरीदेगा.
उन्होंने भारतीय समुदाय को शुभकामनाएं दीं और प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई चर्चा के बारे में अपनी बात दोहराई. उन्होंने कहा, 'मैं भारत के लोगों को भी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. मैंने आज ही आपके प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) से बात की. हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही. हमने व्यापार के बारे में बात की. हमने कई मुद्दों पर बात की, लेकिन ज्यादातर व्यापार जगत के बारे में. उनकी इसमें बहुत रुचि है.'
President @realDonaldTrump lights the diyas in celebration of Diwali 🪔🇺🇸 pic.twitter.com/RQ5Kl2GSev
— Margo Martin (@MargoMartin47) October 21, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि बातचीत में क्षेत्रीय शांति पर संक्षेप में चर्चा हुई तथा उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले भी भारत और पाकिस्तान दोनों से संघर्ष से बचने का आग्रह किया था.
उन्होंने कहा, 'हालांकि हमने कुछ समय पहले इस बारे में बात की थी कि पाकिस्तान के साथ कोई युद्ध नहीं होना चाहिए. और मुझे लगता है कि इसमें व्यापार का मुद्दा भी शामिल था, इसलिए मैं इस बारे में बात कर पाया. और हमारा पाकिस्तान और भारत के साथ कोई युद्ध नहीं है. और यह बहुत-बहुत अच्छी बात है.' उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने वर्षों पुराने संबंधों को याद करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति और एक महान मित्र बताया. हालांकि, भारत ने ट्रम्प के नवीनतम दावों की पुष्टि नहीं की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक सप्ताह पहले भी इसी तरह के दावे किए थे, उन्होंने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया है कि नई दिल्ली रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा , उन्होंने इसे यूक्रेन में युद्ध के मुद्दे पर मास्को को अलग-थलग करने के अपने प्रयासों में एक बड़ा कदम बताया था.
हालांकि, भारत ने इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा, दोनों नेताओं के बीच कोई फोन कॉल नहीं हुई.
अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी वाशिंगटन और नई दिल्ली के बीच चल रहे व्यापार तनाव के बीच आई है. भारत द्वारा रूसी तेल की निरंतर खरीद के जवाब में ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिससे इस वर्ष उस देश से आयात पर कुल टैरिफ दर लगभग 50 प्रतिशत हो गई है.
इससे पहले दिन में, ट्रंप ने टैरिफ़ का ज़िक्र दोहराया और दावा किया कि इनसे न सिर्फ़ अमेरिकी अर्थव्यवस्था मज़बूत हुई है, बल्कि संभावित युद्धों को भी रोका जा सका है. उन्होंने कहा, 'मैंने आठ युद्धों का जिक्र किया था. इन आठ में से पांच पूरी तरह से व्यापार और टैरिफ पर आधारित थे.'
ट्रंप ने दावा किया कि व्यापार कूटनीति के ज़रिए उनके हस्तक्षेप से एक बड़े संघर्ष को टालने में मदद मिली. ट्रंप ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थे - दो परमाणु शक्ति संपन्न और गंभीर परमाणु शक्ति संपन्न. सात विमान मार गिराए गए. वे उड़ान भरने के लिए तैयार थे, और मैंने उन्हें फोन किया.'
ट्रंप के अनुसार, यह चेतावनी कारगर रही. हमने युद्ध रोक दिया. हमने व्यापार की वजह से एक संभावित आपदा, एक परमाणु आपदा, को रोक दिया.
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार के दावों को भारत ने लगातार खारिज किया है. भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि युद्धविराम समझौता दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच सीधे संवाद के ज़रिए हुआ था, जिसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं था.