नई दिल्लीः रूस ने बुधवार को अपने दावों का वीडियो सबूत पब्लिश किया, जिसमें एक गिरा हुआ ड्रोन दिखाया गया है. इसके बारे में उनका कहना है कि इसे यूक्रेन ने उत्तर-पश्चिम रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के घर पर लॉन्च किया था. मॉस्को ने आरोप लगाया था कि यह हमला 28-29 दिसंबर की रात को हुआ था और ड्रोन को एक जंगल वाले इलाके में मार गिराया गया था. हालांकि, कीव ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर बोला कि, यह "झूठ" है और इन दावों को शांति प्रक्रिया में "हेरफेर" करने की रूसी कोशिश का हिस्सा बताया है.
रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए वीडियो में जमीन पर गिरा ड्रोन बर्फ में पड़ा हुआ दिख रहा है. मंत्रालय ने इस घटना को एक "लक्षित, सावधानीपूर्वक नियोजित" हमला बताया जो "चरणों में किया गया था." रूसी अधिकारियों ने कहा है कि यह UAV पुतिन के घर को निशाना बनाकर किए गए बड़े ड्रोन हमले का हिस्सा था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि हमले के दौरान घर को कोई नुकसान नहीं हुआ और कथित हमले के समय पुतिन कहां थे, इसका खुलासा नहीं किया गया.
रूस के दावों का समय यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फ्लोरिडा में बातचीत के समय से मेल खाता था. मॉस्को के आरोपों को कीव और यूरोपीय संघ सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने बड़े पैमाने पर खारिज कर दिय. वहीं इस वीडियो को शांति प्रयासों और चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के उद्देश्य से बातचीत को पटरी से उतारने की कोशिश बताया है.
Downed UAV with a 6kg explosive charge — Russian MOD publishes VIDEO PROOF of Ukrainian attack on Putin’s residence
The attempt was carried out on the night of December 28 to 29
WATCH report by the unit who took down 41 of the 91 drones sent by Kiev https://t.co/J9Tgd8yAJx pic.twitter.com/b7Yv55OlxP— RT (@RT_com) December 31, 2025Also Read
मॉस्को ने कथित ड्रोन हमले को "आतंकवादी कृत्य" और राष्ट्रपति पुतिन पर "व्यक्तिगत हमला" बताया है. जवाब में, रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन में युद्ध से संबंधित शांति वार्ता में अपना रुख और सख्त करेगा. क्रेमलिन का कहना है कि यह हमला बातचीत में मॉस्को की लगातार मांगों को सही ठहराता है, जिसमें यूक्रेनी क्षेत्रों पर पूरी तरह से कब्ज़ा करना शामिल है, जिन्हें वह रूसी क्षेत्र होने का दावा करता है.
अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (ISW) ने भी रूस के दावों पर संदेह जताया है. ISW ने कहा कि पुतिन के घर को निशाना बनाए जाने के दावे का समर्थन करने के लिए कोई सहायक फुटेज या सबूत नहीं थे, जो आमतौर पर यूक्रेनी सेनाओं द्वारा किए गए गहरे हमलों से जुड़े होते हैं.