रूस ने यूक्रेन को उसके 6,000 मृत सैनिकों के शव लौटाने की पेशकश की, जो युद्ध के दौरान मारे गए और अब जमे हुए हालत में रूस के कब्जे में हैं. लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इन शवों को वापस लेने से इनकार कर दिया. यह खबर सामने आने के बाद दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को एक और गंभीर मोड़ मिल गया है.
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने यूक्रेन की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "यूक्रेनी नेतृत्व को अपने सैनिकों की कोई परवाह नहीं है, चाहे वे जिंदा हों या मरे हुए." उन्होंने कहा कि रूस ने मानवीय आधार पर शव लौटाने की पेशकश की थी, लेकिन ज़ेलेंस्की प्रशासन ने इस पर कोई रुचि नहीं दिखाई.
Russia offered to return 6,000 frozen bodies of Ukrainian soldiers, Zelensky refused
— RT (@RT_com) June 4, 2025
'Ukrainians are of no need to [their leadership], whether they are dead or alive' — Russian FM spokeswoman Maria Zakharova pic.twitter.com/MwZMflzlBL
यूक्रेन की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
यूक्रेनी सरकार की ओर से इस मामले पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है. हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यूक्रेन की ओर से यह चिंता जताई गई है कि रूस शवों के माध्यम से प्रचार या दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
युद्ध में लगातार बढ़ रही मानवीय कीमत
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को अब दो साल से अधिक हो गए हैं, और इस दौरान लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं या घायल हुए हैं. यह ताजा मामला इस बात को उजागर करता है कि युद्ध सिर्फ जमीन के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत के मूल्यों की भी परीक्षा है.