तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध अब एक नए और खतरनाक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है. यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU ने दावा किया है कि रूस एक गुप्त ऑपरेशन के जरिए यूक्रेनी नागरिकों को आत्मघाती हमले के लिए तैयार कर रहा है. इस के रणनीति के तहत सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले कमजोर और जरूरतमंद लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूक्रेनी सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, रूस इस काम के लिए टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहा है. एक गुमनाम हैंडल कमजोर युवाओं को पैसे का लालच देकर अपने जाल में फंसाता है और फिर उन्हें यूक्रेन के अंदर सैन्य ठिकानों या सार्वजनिक स्थानों पर हमले के लिए तैयार किया जाता है. कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि इन युवाओं को आत्मघाती मिशन पर भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई.
SBU का मानना है कि यह रूस की एक सुसंगठित और खतरनाक योजना है जिसका मकसद यूक्रेनी समाज में डर और भ्रम फैलाना है. खासकर देश के दूरदराज के इलाकों में लोगों के बीच अस्थिरता पैदा करने के लिए यह नई तरह की रणनीति अपनाई गई है. इसके पीछे रूसी खुफिया एजेंसियों की भूमिका बताई जा रही है.
यूक्रेन का कहना है कि रूस पहले भी देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश करता रहा है, लेकिन अब आत्मघाती हमलों के जरिए आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, जो बेहद चिंताजनक है. यूक्रेन के दक्षिणी हिस्सों में सैन्य ठिकानों पर हुए हालिया हमलों को भी इसी अभियान से जोड़ा जा रहा है. यूक्रेनी एजेंसियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.