नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के बीच मंगलवार को मास्को ने एक सनसनीखेज दावा किया है. रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी ने कहा कि उसने यूक्रेन और ब्रिटेन द्वारा रचा गया एक षड्यंत्र नाकाम किया है.
एजेंसी के अनुसार इस षणयंत्र में रूस के अत्याधुनिक मिग-31 फाइटर जेट को चोरी करने की साजिश की गई थी. यह विमान ‘किंगझाल’ हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस था. एफएसबी के अनुसार, यूक्रेनी एजेंटों ने रूसी पायलटों को भारी रकम और पश्चिमी देश की नागरिकता का लालच दिया था.
रूसी सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने कहा कि यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय और उसके ब्रिटिश पर्यवेक्षकों ने मिलकर मिग-31 सुपरसोनिक फाइटर जेट को चोरी करने की योजना बनाई थी. यह विमान ‘किंगझाल’ हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस था. एजेंसी ने बताया कि यह एक 'बड़े पैमाने पर उकसावे की कार्रवाई' थी, जिसका मकसद रूस को अंतरराष्ट्रीय विवाद में घसीटना था. एफएसबी ने कहा कि इस योजना को समय रहते नाकाम कर दिया गया.
रूस के मुताबिक, यूक्रेनी खुफिया एजेंटों ने उसके पायलटों से संपर्क कर उन्हें तीन मिलियन डॉलर और पश्चिमी देश की नागरिकता देने का प्रस्ताव दिया था. बदले में पायलट को विमान उड़ाकर रूस से बाहर निकलना था. योजना के अनुसार, यह विमान रोमानिया के कॉन्सटांटा स्थित नाटो बेस की ओर उड़ाया जाना था, जहां इसे वायु रक्षा प्रणाली द्वारा गिराया जाना था ताकि रूस पर हमले का आरोप लगाया जा सके.
राज्य संचालित रूसी मीडिया ने एफएसबी का एक वीडियो जारी किया जिसमें एक नकाबपोश सैनिक ने दावा किया कि उसे यूक्रेनी एजेंट ने ईमेल के जरिए भर्ती करने की कोशिश की थी. एफएसबी ने कहा कि यह सबूत इस बात की पुष्टि करता है कि विदेशी खुफिया एजेंसियां रूस के खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रही हैं. एजेंसी ने कहा कि इस साजिश का उद्देश्य रूस की सैन्य प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना था.
एफएसबी के खुलासे के बाद रूसी सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए यूक्रेन के कीव और खमेल्नित्सकी क्षेत्रों में स्थित एक सैन्य खुफिया केंद्र और एक हवाई अड्डे पर हमला किया. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई साजिश के जवाब में की गई है और यह यूक्रेन की आक्रामक गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक थी.
इससे पहले अगस्त 2023 में भी एक रूसी मिग-8 हेलिकॉप्टर पायलट यूक्रेन भाग गया था. रिपोर्टों के अनुसार, यह ऑपरेशन यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने आयोजित किया था. उस घटना में पायलट के साथ मौजूद क्रू मेंबर मारे गए थे. बाद में फरवरी 2024 में वही पायलट, मैक्सिम कुजमिनोव, स्पेन में मृत पाया गया. रूस ने उस समय भी यूक्रेन पर साजिश रचने का आरोप लगाया था.