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यूएन में पाक और चीन को भारत की दो टूक कहा- "आतंकियों को लेकर दोहरा रवैया छोड़ें कुछ मुल्क"

यूएन में भारत ने कहा कि तमाम साक्ष्यों के बाद भी वैश्विक आतंकियों को ब्लैक लिस्ट में डालने वाले प्रस्तावों पर अड़ंगा लगाना सर्वथा अनुचित कदम है.

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Shubhank Agnihotri
यूएन में पाक और चीन को भारत की दो टूक कहा- "आतंकियों को लेकर दोहरा रवैया छोड़ें कुछ मुल्क"

 

नई दिल्लीः यूएन में भारत ने कहा कि तमाम साक्ष्यों के बाद भी वैश्विक आतंकियों को ब्लैक लिस्ट में डालने वाले प्रस्तावों पर अड़ंगा लगाना सर्वथा अनुचित कदम है. आतंक पर इस तरह के दोहरे रवैये से कुछ मुल्कों को बाज आना चाहिए.


आतंक को लेकर दोहरा रवैया
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि ने चीन और पाक पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना कोई स्थापित आधार बताए आतंकियों के काली सूची के प्रस्तावों को रोकना कुछ देशों की आदत बन चुकी है. इससे इन देशों के आतंक को लेकर दोहरे रवैये का पता चलता है.भारतीय प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से सुरक्षा परिषद की विश्वसनीयता संकट के घेरे में आती है.


सहयोगियों के प्रस्ताव पर भी अड़ंगा
पाकिस्तान स्थित आतंकियों और आतंकी समूह को काली सूची में डालने को लेकर भारत और उसके सहयोगियों की ओर से पेश किए गए प्रस्तावों पर चीन और पाकिस्तान हमेशा अड़ंगा लगाते रहे हैं. इस साल जून माह में भारत और अमेरिका की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर इन दोनों देशों ने अड़ंगा लगाया था. इस प्रस्ताव में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी साजिद मीर को काली सूची में शामिल करने से  रोकना है. साजिद मीर की   26/11 मुंबई हमलों में उसकी भूमिका को लेकर तलाश है.

सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की जरूरत 
सुरक्षा परिषद में भारत की परमानेंट मेंबरशिप को लेकर भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि यूएन में व्यापक तौर पर सुधार की जरूरत है.इसमें भौगोलिकक और आर्थिक विविधता का ध्यान रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज हमें ऐसे सुरक्षा परिषद की जरूरत है जहां कम विकसित और विकासशील देशों की भी आवाज को सुना जा सके.

 

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