नई दिल्ली: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है. डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को फिर यह चेतावनी दी कि वेनेजुएला से जमीनी रास्तों से अमेरिका में पहुंचने वाली ड्रग्स की खेप को रोकने के लिए जल्द ही लैंड स्ट्राइक शुरू किए जाएंगे. ट्रंप की इस चेतावनी के तुरंत बाद प्यूर्टो रिको में अमेरिकी सैन्य विमानों की गतिविधियां बढ़ना शुरू हो गईं.
प्यूर्टो रिको के पोंसे एयरफील्ड पर अमेरिकी कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर और मरीन कॉर्प्स के के टिल्ट-रोटर ओस्प्रे विमान लगातार टेक ऑफ और लैंड करते दिखे. इस बढ़ती सैन्य हलचल ने कैरेबियन क्षेत्र में तनाव को और गहरा दिया है. ट्रंप ने आरोप लगाया कि वेनेजुएला से ड्रग तस्करी बढ़ रही है और यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है. अमेरिका पहले ही कैरेबियन समुद्र में कुछ नौकाओं पर हवाई हमले कर चुका है.
ट्रंप ने दावा किया था कि वे नौकाएं वेनेजुएला के ड्रग कार्टेल का हिस्सा थीं. अमेरिका ने वेनेजुएला के कुख्यात 'कार्टेल डे लॉस सोलेस' को विदेशी आतंकवादी संगठन भी घोषित किया है. अमेरिका का कहना है कि यह नेटवर्क वेनेजुएला की सुरक्षा एजेंसियों और राजनीतिक ढांचे के भीतर काम करता है और ड्रग तस्करी को बढ़ावा देता है.
इन कार्रवाइयों से नाराज वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका की हालिया कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है. अमेरिका ने हाल ही में एक वेनेजुएलन तेल टैंकर को जब्त किया था. मादुरो ने इस कदम को समुद्री डकैती कहा और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. वेनेजुएला की सेना ने भी कैरेबियन तट पर रडार सिस्टम सक्रिय कर दिए हैं और सैन्य निगरानी बढ़ा दी है.
अमेरिकी रक्षा विभाग ने साफ किया है कि यह पूरी सैन्य तैनाती इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेशन का हिस्सा है. इसका उद्देश्य ड्रग रूट्स की निगरानी बढ़ाना और तस्करी नेटवर्क को रोकना है. अमेरिका का कहना है कि वेनेजुएला में राजनीतिक और आर्थिक संकट के कारण ड्रग माफिया ज्यादा सक्रिय हो गया है. वहीं मादुरो सरकार का आरोप है कि अमेरिका उसकी संप्रभुता में दखल दे रहा है. वेनेजुएला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में औपचारिक शिकायत दर्ज कराने पर विचार कर रहा है.
कैरेबियन क्षेत्र में बढ़ती सैन्य तैनाती से हालात और बिगड़ सकते हैं. अगर अमेरिका लैंड स्ट्राइक शुरू करता है, तो यह क्षेत्र में बड़े भू-राजनीतिक संकट को जन्म दे सकता है. क्यूबा, बोलिविया और निकारागुआ ने मादुरो का समर्थन किया है और अमेरिकी कदम को खतरनाक बताया है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट का कहना है कि दबाव बढ़ाना जरूरी है ताकि वेनेजुएला में लोकतंत्र बहाल किया जा सके.