Pakistan ADB Package: पाकिस्तान को एक बार फिर आर्थिक मदद मिली है. एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने पाकिस्तान को 800 मिलियन डॉलर (करीब 6,600 करोड़ रुपये) की आर्थिक सहायता मंजूर की है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान को पिछले महीने ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 1 बिलियन डॉलर का पैकेज मिल चुका है.
भारत ने इस सहायता पर कड़ी निंदा करी है. सरकारी सूत्रों ने जानकारी दी है कि भारत ने ADB को साफ-साफ चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान को कोई भी आर्थिक मदद देना खतरनाक साबित हो सकता है. भारत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को फंडिंग देने के पुराने इतिहास के लिए जाना जाता है और ऐसी किसी भी सहायता का गलत इस्तेमाल संभव है.
भारत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि इन विदेशी कर्जों का इस्तेमाल पाकिस्तान अपने सैन्य खर्चों में कर सकता है, न कि देश के विकास कार्यों में. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पहले ही गंभीर बनी हुई है, जहां टैक्स से होने वाली आय GDP के मुकाबले 13% से घटकर 9.2% तक पहुंच गई है.
भारत ने यह भी तर्क दिया है कि इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी कमजोर है कि उसे दी गई कोई भी मदद स्थायी समाधान नहीं बन सकती. बल्कि इससे भविष्य में और अधिक लोन लेने की आदत बन सकती है, जिससे उसकी स्थिति और बिगड़ेगी.
ADB का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है. क्या वाकई पाकिस्तान इस पैसे का उपयोग विकास में करेगा, या फिर एक बार फिर सेना और आतंक से जुड़े खर्चों में लगेगा, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है.
इस आर्थिक मदद को लेकर भारत की आपत्तियां वाजिब मानी जा रही हैं. अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान इस फंड का सही इस्तेमाल करता है या नहीं, क्योंकि दुनिया अब 'सoft loans' के पीछे छिपे सख्त सच को समझने लगी है.