Pakisatn New PM: पाकिस्तान में आज नए प्रधानमंत्री पद का चुनाव होगा. पाकिस्तान का संसद सत्र नेशनल असेंबली भारतीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे शुरू होगा. जहां पीएम चुनने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. पीएमएल-एन तथा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज ने अपना नामांकन सौंप दिया है वहीं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ उमर अयूब खान ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है.
इस बात की प्रबल संभावना इस बात की है कि शहबाज शरीफ 33वां प्रधानमंत्री चुन लिया जाएगा. नेशनल असेंबली में रविवार को मतदान के बाद सफल उम्मीदवार को राष्ट्रपति आवास ऐवान-ए-सद्र में पद की शपथ दिलायी जाएगी. पाकिस्तान के आम चुनावों के नतीजों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला.
इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में सबसे ज्यादा सीटें जीती. इसके बाद नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो जरदारी की पीपीपी ने बहुमत हासिल करने के लिए गठबंधन किया. इस गठबंधन ने नवाज के छोटे भाई और पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को PM पद का उम्मीदवार घोषित किया गया. पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज पाकिस्तान के तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं.
पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान शहबाज शरीफ ने कई बड़ी विकास परियोजनाओं लागू करके एक कुशल प्रशासक की अपनी छवि को गढ़ने का काम किया था. साल 2022 में पाकिस्तान के पीएम के रूप में अपने 16 महीने के छोटे से कार्यकाल में उनके नाम कोई खास उपलब्धि नहीं रही. उनके सत्ता-शासन के दौरान अस्थिर अर्थव्यवस्था और आतंकवाद के बढ़ते खतरे हमेशा की तरह बड़ी चुनौतियां रही.
इमरान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों ने पाकिस्तान चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती थी. पीटीआई से जुड़े स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 265 में से 97 सीटों पर जीत दर्ज की थी. दूसरे नंबर पर नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) रही. पीएमएल-एन के 75 उम्मीदवार जीतकर आए. वहीं 54 सीटों के साथ पीपीपी तीसरे नंबर पर रही. बाकी बची सीटें अन्य के खाते में गई थी. ऐसे में लंबे समय से जारी सियासी खींचतान के बाद पाकिस्तान को 33वां प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है. बीते शुक्रवार को नेशनल असेंबली के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए पीएमएल-एन और पीपीपी के कैंडिडेट भारी बहुमत के साथ चुने गए. जिसके बाद प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है.