पहलगाम आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) कमांडर सैफुल्लाह कसूरी बुधवार को फिर सार्वजनिक रूप से सामने आया और उसने एक राजनीतिक रैली में पाकिस्तानी राजनीतिक नेताओं और अन्य आतंकवादियों के साथ मंच साझा किया. पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों की वार्षिक स्मृति यौम-ए-तकबीर के अवसर पर पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) द्वारा आयोजित इस रैली में भड़काऊ भाषण और भारत विरोधी नारे लगाए गए. इसमें लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफ़िज़ सईद का बेटा और भारत द्वारा घोषित आतंकवादी तल्हा सईद भी शामिल था.
कसूरी ने पंजाब प्रांत के कसूर में आयोजित रैली में कहा, ‘‘मुझे पहलगाम आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड बताया गया, अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर है.’’ ऐसा माना जाता है कि उन्होंने पहलगाम के सुंदर बैसरन घास के मैदान पर हुए क्रूर हमले का समन्वय किया था, जहां पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट के आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिनमें ज्यादातर हिंदू पुरुष थे.
भीड़ को संबोधित करते हुए, कसूरी ने इलाहाबाद में “मुदस्सिर शहीद” के नाम पर एक केंद्र, सड़क और अस्पताल बनाने की योजना की घोषणा की. खुफिया सूत्रों के अनुसार, मुदस्सिर अहमद पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के जवाबी ऑपरेशन सिंदूर हमलों में मारे गए कई हाई-प्रोफाइल आतंकवादी गुर्गों में से एक था.
रैली में भारत की सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में 32वें स्थान पर मौजूद तल्हा सईद ने जिहादी नारों और "नारा-ए-तकबीर" से भरा एक उग्र भाषण दिया. सईद पाकिस्तान के 2024 के आम चुनावों में लाहौर की एनए-122 सीट से संसद के लिए असफल रूप से चुनाव लड़ा था.
हाल के सप्ताहों में पीएमएमएल ने भारत विरोधी बयानबाजी तेज कर दी है. प्रमुख पाकिस्तानी शहरों - लाहौर, कराची, इस्लामाबाद, फैसलाबाद, तथा अन्य - में विरोध प्रदर्शन कर हाफिज सईद की रिहाई की मांग की है तथा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के लिए भारत पर "जल आक्रमण" का आरोप लगाया है.