गाजा पर इजरायल की दोबारा पूरी तरह से कब्जा करने की संभावना एक बार फिर गंभीर राजनीतिक और सैन्य बहस का विषय बन गई है. करीब दो दशक पहले सैनिकों और यहूदी बस्तियों को वापस बुलाने के बाद अब इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू इस फैसले को पलट सकते हैं. इस बीच गाजा में हालात बेहद खराब हो चुके हैं और दुनिया भर से इजरायल पर दबाव बढ़ता जा रहा है.
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने गुरुवार शाम एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कैबिनेट बैठक बुलाई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बैठक में गाजा में भविष्य की सैन्य रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी. ‘टाइम्स ऑफ इजरायल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे (भारतीय समयानुसार रात 8:30 बजे) शुरू होनी थी. माना जा रहा है कि इसमें गाजा पर दोबारा पूर्ण सैन्य कब्जे पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है.
गाजा में मानवीय हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने गाजा में भुखमरी की चेतावनी दी है, जहां हजारों लोग युद्ध और हमलों की चपेट में आ चुके हैं. राहत शिविरों पर बार-बार हमले हुए हैं, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इजरायल से संयम बरतने और युद्ध समाप्त करने की अपील की है.
जहां एक ओर नेतन्याहू गाजा पर पूर्ण कब्जे की योजना पर विचार कर रहे हैं, वहीं इजरायली सेना इस विचार से पूरी तरह सहमत नहीं दिख रही है. सेना ने हाल ही में गाजा सिटी और दक्षिणी हिस्से खान यूनिस में नई जगहों से लोगों को खाली करने के आदेश जारी किए हैं. सेना के प्रवक्ता के अनुसार, जमीनी अभियान को और बढ़ाया जाएगा. हालांकि, रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने कहा है कि सेना को सरकार के निर्णयों का पालन करना ही होगा, जब तक युद्ध के सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते.
इस पूरी स्थिति में अमेरिका भी सक्रिय है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह गाजा युद्ध को खत्म करना चाहते हैं और बंधकों को घर वापस लाना चाहते हैं. हालांकि, उन्होंने इजरायल पर कोई सार्वजनिक दबाव नहीं बनाया है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे गाजा पर इजरायल के दोबारा कब्जे का समर्थन करते हैं, तो ट्रंप ने जवाब दिया, "यह पूरी तरह इजरायल पर निर्भर करेगा."
गाजा में यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इजरायल की सीमा में घुसकर सैकड़ों लोगों की हत्या की और दर्जनों को बंधक बना लिया. इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली मारे गए और 251 लोगों को गाजा ले जाया गया. इसके जवाब में इजरायल ने व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अब तक गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 61,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को भी गाजा के कई हिस्सों में हवाई हमलों में कम से कम 20 लोगों की जान गई.