नेपाल की सियासत इन दिनों बड़े बदलाव के मुहाने पर खड़ी है. सोशल मीडिया बैन से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन अब जन-आंदोलन का रूप ले चुके हैं, जिसमें सबसे आगे जनरेशन-ज़ी है. इसी बीच काठमांडू के मेयर बलेंद्र शाह यानी बालेन, जिनकी पहचान पहले रैपर और इंजीनियर के तौर पर थी, अब संभावित प्रधानमंत्री के रूप में उभर रहे हैं.
सप्ताह भर से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में 19 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए. इनमें से अधिकतर युवा कॉलेज और स्कूल यूनिफॉर्म में शामिल हुए थे. इस माहौल में मेयर बलेंद्र शाह ने फेसबुक पोस्ट के ज़रिए आंदोलन का समर्थन जताया. उन्होंने लिखा कि आयोजकों ने 28 साल से ऊपर वालों को शामिल नहीं होने दिया, इसलिए वे खुद वहां मौजूद नहीं रह पाए, लेकिन उनकी आत्मा और समर्थन पूरी तरह युवाओं के साथ है.
बालेन ने अपने संदेश में कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह जनरेशन-ज़ी का है और वे खुद भी शायद उन्हें 'बुज़ुर्ग' लगते हों. उन्होंने राजनीतिक दलों और नेताओं को चेतावनी दी कि इस जन-आंदोलन का इस्तेमाल अपने हितों के लिए न करें. बालेन ने साफ कहा कि वे युवाओं की सोच और आकांक्षाओं को समझना चाहते हैं और उनके साथ खड़े हैं.
Dear Balen,
— Prawin Singh Yaadav 🇳🇵 (@prawin_yaadav) September 8, 2025
Take LEAD now or Never. Nepal is behind you. Go ahead. 🙏#kpoliisterriorist pic.twitter.com/BvJ4kbsGdV
सोशल मीडिया पर बालेन को लेकर ज़बरदस्त कैंपेन चल रहा है. एक यूज़र ने लिखा 'बांग्लादेश और श्रीलंका से अलग नेपाल के पास बालेन जैसा संभावित प्रधानमंत्री है जो बिना स्वार्थ सिर्फ देश के लिए काम करेगा.' वहीं किसी और ने लिखा '19 जानें गई हैं, यह कीमत बहुत बड़ी है. अब इस आंदोलन को एक दिशा चाहिए और वह नेता बालेन ही हो सकते हैं.' इस तरह लोगों का भरोसा उनसे नेतृत्व की उम्मीद पर टिकता जा रहा है.
1990 में जन्मे बलेंद्र शाह ने नेपाल से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में भारत की विश्वेश्वरैया तकनीकी विश्वविद्यालय से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया. पढ़ाई के साथ ही वे नेपाल की अंडरग्राउंड हिप-हॉप दुनिया में सक्रिय रहे और भ्रष्टाचार व असमानता जैसे मुद्दों पर गाने लिखे. 2022 में उन्होंने काठमांडू मेयर का चुनाव स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर लड़ा और 61,000 से अधिक वोटों से बड़ी जीत हासिल की. वे अपनी पत्नी सबीना काफ्ले के साथ रहते हैं और सोशल मीडिया पर लगातार जनता से संवाद बनाए रखते हैं.