Nepal Gen-Z: नेपाल में युवाओं के नेतृत्व वाले Gen-Z समूह ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया है. समूह ने साफ किया कि वे 2026 के आम चुनाव में तभी उतरेंगे जब सरकार सीधे चुने जाने वाले कार्यकारी तंत्र और प्रवासी नेपाली नागरिकों को मतदान का अधिकार देगी. यह कदम नेपाल की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत है और सभी राजनीतिक दलों के लिए चुनौती पेश करता है.
साल के शुरुआत में नेपाल की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ था, जब Gen-Z समर्थकों ने केपी शर्मा ओली की सरकार को गिरा दिया था. इसके बाद सुशीला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री बनीं. शनिवार को काठमांडू में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समूह के नेता मिराज धुंगाना ने कहा कि उनकी पार्टी नेपाल के युवाओं की आवाज़ को एकजुट करेगी और अच्छे शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए लड़ाई जारी रखेगी. उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे.
Gen-Z समूह ने पिछले महीने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर लगाए गए सरकारी प्रतिबंध के खिलाफ बड़े प्रदर्शन किए थे, जिसके कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री ओली को इस्तीफा देना पड़ा था. युवा नेता मिराज धुंगाना ने बताया कि पार्टी तभी चुनाव में भाग लेगी जब सरकार उनके निर्धारित ‘जरूरी शर्तें’ पूरी करेगी, जिसमें सीधे चुने जाने वाले कार्यकारी तंत्र और विदेश में रहने वाले नेपाली नागरिकों को मतदान का अधिकार शामिल है.
धुंगाना ने आर्थिक सुधार और रोजगार सृजन को लेकर भी कई प्रस्ताव रखे. उन्होंने कहा कि नेपाल की अर्थव्यवस्था ठहर गई है और लाखों युवा रोजगार के लिए विदेश जा रहे हैं, जिस पर पिछली सरकारें जिम्मेदार हैं. उन्होंने नेपाल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि भारत और चीन जैसे पड़ोसी देशों के बाजार को ध्यान में रखते हुए उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.
युवा नेता ने अंतरिम सरकार से बंद पड़ी फैक्ट्रियों को दोबारा शुरू करने, नए रोजगार सृजन करने और पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की मांग भी की. उनका मानना है कि यह कदम युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएगा और नेपाल की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा. नेपाल में अगले आम चुनाव 5 मार्च 2026 को होंगे. यह तारीख राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने नई अंतरिम सरकार के गठन के समय घोषित की थी. Gen-Z समूह का यह कदम न केवल नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल लाएगा, बल्कि सभी राजनीतिक दलों के लिए चुनौती भी बढ़ाएगा.