US destroys drug submarine: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को घोषणा की कि अमेरिकी सेना ने एक ड्रग-ले जाने वाली अर्ध-डूबने वाली पनडुब्बी को नष्ट किया, जो अमेरिका की ओर बढ़ रही थी. ट्रंप ने इस ऑपरेशन को अपने प्रशासन की सफलता बताया और चेतावनी दी कि अमेरिका ड्रग-कार्टल के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा.
पेंटागन ने X पर ऑपरेशन का वीडियो साझा किया. ब्लैक-एंड-व्हाइट फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पनडुब्बी पानी में आधी डूबकर चल रही थी और इसके पीछे धमाके हुए, जिससे यह पूरी तरह नष्ट हो गई. ट्रंप ने कहा कि इसमें मुख्य रूप से फेंटेनायल और अन्य अवैध ड्रग्स भरी हुई थीं.
ऑपरेशन में दो लोगों की मौत हुई और दो अन्य को अमेरिकी बलों ने हेलीकॉप्टर से पकड़ा और अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत पर लेकर आए. मृतकों में दो आतंकियों का होना बताया गया. जीवित बचे लोग ईक्वाडोर और कोलंबिया के नागरिक हैं और उन्हें उनके देश भेजकर गिरफ्तारी और मुकदमे के लिए सौंपा गया है. कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्टावो पेट्रो ने इसकी पुष्टि की और कहा कि आरोपी कानून के तहत न्याय का सामना करेंगे.
Drug-trafficking submarine has been obliterated by the US Military, announces President Trump.
— Paul A. Szypula 🇺🇸 (@Bubblebathgirl) October 18, 2025
Democrat outrage in 3..2..1..pic.twitter.com/xiUkqd1N2N
ट्रंप ने कहा कि इस कार्रवाई में अमेरिकी सैनिक सुरक्षित रहे. साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका ड्रग-कार्टल और नारको-टेररिस्ट को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई भी ड्रग-कार्टल अमेरिकी धरती पर हमला करने की कोशिश करेगा तो कठोर कार्रवाई होगी. इस ऑपरेशन के बाद से कैरिबियन में अब तक 29 लोगों की मौत हुई है, जिसमें पिछले सितंबर से हुए ऑपरेशनों में 27 लोग शामिल हैं.
ट्रंप प्रशासन इस अभियान को एक 'सशस्त्र संघर्ष' के रूप में देख रहा है, जिसमें ड्रग-कार्टल के सदस्य युद्धविरूद्ध लड़ाई में दुश्मन योद्धा माने जा रहे हैं. इस बीच, कैरिबियन में अमेरिकी सैन्य तैनाती बढ़ गई है, जिसमें मार्गदर्शित मिसाइल विध्वंसक, F-35 लड़ाकू, परमाणु पनडुब्बी और लगभग 6,500 सैनिक शामिल हैं. प्रशासन का कहना है कि ड्रग-टेररिस्ट को न केवल समुद्र से बल्कि जमीन से भी नष्ट किया जाएगा.