Pakistan Afghanistan Ceasefire: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी सीमा संघर्ष को रोकने के लिए कतर में हुई अहम वार्ता का नतीजा सामने आया है. दोनों देशों ने तत्काल युद्धविराम लागू करने पर सहमति जताई है. कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार सुबह यह घोषणा की. इस वार्ता में तुर्की की मध्यस्थता रही. उद्देश्य था पिछले एक सप्ताह से चल रहे हिंसक संघर्ष को समाप्त करना, जिसमें कई लोगों की जान गई और सैकड़ों घायल हुए.
कतर के विदेश मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ने बॉर्डर पर तनाव कम करने और शांति बहाल करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई है. रॉयटर्स के अनुसार, दोनों देश आने वाले दिनों में और बैठकें करेंगे ताकि यह युद्धविराम स्थायी रूप से लागू हो सके. यह संघर्ष 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद सबसे गंभीर झड़प मानी जा रही है.
Qatar says Afghanistan and Pakistan have agreed to an immediate ceasefire, reports AP. pic.twitter.com/FEHEwxJOmI
— Press Trust of India (@PTI_News) October 19, 2025Also Read
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने काबुल प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. पाकिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने वार्ता में भाग लिया. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि चर्चा का मुख्य मुद्दा सीमा पार आतंकवाद को रोकना और अफगान सीमा पर शांति बहाल करना था. हिंसा तब भड़की जब इस्लामाबाद ने काबुल से उन आतंकियों पर सख्ती की मांग की जो पाकिस्तान में हमले कर रहे थे.
वहीं, तालिबान ने आतंकवादियों को पनाह देने से इनकार किया है. उसने पाकिस्तान पर गलत सूचना फैलाने और अफगानिस्तान को अस्थिर करने के लिए इस्लामिक स्टेट से जुड़े समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाया. पाकिस्तान ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि आतंकी गुट देश में सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने हालिया आत्मघाती हमले के बाद चेतावनी दी कि अफगान सरकार को अपनी जमीन से पाकिस्तान पर हो रहे हमलों को रोकना चाहिए. इस हमले में सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 13 घायल हुए थे. अफगानिस्तान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने युद्धविराम की समय सीमा बढ़ने के कुछ घंटे बाद ही नागरिक इलाकों में हवाई हमले किए, जिनमें तीन अफगान खिलाड़ियों की मौत हुई. इसके बाद अफगानिस्तान ने पाकिस्तान में होने वाली टी-20 सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया. पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि उसके हमले केवल आतंकी ठिकानों पर किए गए, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए. उन्होंने नागरिकों की मौत के दावों को गलत बताया.