रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार को आए 8.8 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद इलाके में सुनामी की बड़ी लहरें उठीं, जिससे समुद्री तट के आसपास के इलाकों में अफरातफरी मच गई. इस आपदा की पहली तस्वीरें और वीडियो सामने आ चुके हैं, जिनमें तटीय इमारतों के डूबने और सड़कों पर पानी भरे होने के दृश्य देखे जा सकते हैं.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन से 19 किलोमीटर नीचे और पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 125 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व में था. कामचटका क्षेत्र के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने इसे “दशकों का सबसे शक्तिशाली भूकंप” बताया और तटवर्ती इलाकों में रहने वालों से तट से दूर रहने की अपील की.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सुनामी की लहरें 4 मीटर तक ऊंची दर्ज की गईं, जिससे कई स्थानों पर व्यापक नुकसान हुआ. कामचटका के दक्षिण में स्थित छोटे शहर सेवेरो-कुरिल्स्क में लोगों को घर खाली करने के आदेश दिए गए हैं. रूस की आपातकालीन सेवाओं ने प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से निकासी अभियान चलाया.
🚨 BREAKING: Tsunami waves from the 8.7 magnitude earthquake have begun slamming Russia
— Nick Sortor (@nicksortor) July 30, 2025
Buildings are already being swept away
Tsunami waves are also heading to Hawaii, expected to arrives within hours pic.twitter.com/dPg72zln9N
इस आपदा का प्रभाव सिर्फ रूस तक सीमित नहीं रहा। जापान, हवाई और प्रशांत महासागर के अन्य हिस्सों में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है. जापान की मौसम एजेंसी ने चेतावनी दी है कि 3 मीटर तक ऊंची लहरें होक्काइडो से लेकर ओसाका के पास वाकायामा तक पहुंच सकती हैं. जापानी प्रसारणकर्ता NHK ने बताया कि भूकंप होक्काइडो से 250 किलोमीटर दूर था, और 30 सेंटीमीटर ऊंची लहरें पहले ही वहां पहुँच चुकी हैं.
🚨 BREAKING: Tsunami sirens now blasting in Hawaii as USGS upgrades Pacific earthquake to a MASSIVE 8.8
— Nick Sortor (@nicksortor) July 30, 2025
Authorities are calling for Hawaiians to seek higher ground NOW! Don’t wait until the last minute. pic.twitter.com/EYlsYOLjUN
इस घटना पर अमेरिकी अधिकारियों ने गुआम और अन्य माइक्रोनेशियाई द्वीपों पर भी नजर बनाए रखी है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लोगों से “सतर्क और सुरक्षित रहने” की अपील करते हुए लिखा कि प्रशांत क्षेत्र के देशों को उच्च सतर्कता बरतनी चाहिए. आपदा के बाद बचाव और राहत कार्य जारी हैं, जबकि तटवर्ती इलाकों में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है.
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— Rapid Response 47 (@RapidResponse47) July 30, 2025