Russia Ukraine War: रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ चलाया गया सैन्य अभियान पश्चिमी देशों की कीव की मदद के बाद पूर्ण युद्ध में बदल गया है. रूसी राष्ट्रपति मुख्यालय के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने अर्गुमेंटी आई फकीटी अखबार को बताया कि मॉस्को यह सुनिश्चित करने के लिए अपने लक्ष्य का पीछा करना जारी रखेगा कि यूक्रेनी सेना उसके नागरिकों या क्षेत्रों के लिए खतरा पैदा न कर सके. उन्होंने कहा कि रूस पश्चिमी देशों के इस संघर्ष में साझेदार बनने के कारण पूरी तरह से जंग में प्रवेश कर चुका है.
क्रेमिलन के प्रवक्ता ने कहा कि रूस अपनी सीमाओं पर ऐसे राज्य के अस्तित्व को मान्यता नहीं दे सकता जो सार्वजनिक रूप से क्रीमिया प्रायद्वीप के साथ-साथ रूस के विजित क्षेत्रों को भी कब्जा कर लेने की बात करता हो. रूस ने जंग के बाद यूक्रेन से डोनेट्स्क, लुहांस्क और जापोरोजिये जैसे क्षेत्रों पर कब्जा जमाया है.
पेसकोव ने कहा कि अब हम पूर्ण रूप से युद्ध में हैं. रूस का यह सैन्य अभियान एक विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए शुरू हुआ था. पश्चिमी देशों ने जैसे ही इसमें रुचि लेनी शुरु की और भागीदार बने यह हमारे लिए एक पूर्ण युद्ध में बदल गया.
पेस्कोव ने एक फोन कॉल में पत्रकारों को बताया कि दोनों देशों के मध्य सैन्य संघर्ष को पूर्ण युद्ध में बदलने के लिए पश्चिमी देशों की अहम भूमिका है. उन्होंने रूस को बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाने के लिए बाध्य किया है.
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के समर्थन में लगभग 13000 विदेशी नागरिकों ने रूस के खिलाफ हथियार उठाए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश विदेशी नागरिक पोलैंड, जॉर्जिया, अमेरिका, कनाडा, यूके, रोमानिया, जर्मनी और फ्रांस से आए थे. रूस की खुफिया सेवा एजेंसी (एसवीआर) ने भी दावा किया है कि फ्रांस यूक्रेन में अपनी सेना के लगभग 2000 सैनिकों की तैनाती करने पर विचार कर रहा है.