रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के किसी भी विदेश दौरे का एक खास पहलू उनकी सुरक्षा-व्यवस्था होती है, जिसमें उनकी अत्याधुनिक Aurus Senat कार का शामिल होना अनिवार्य माना जाता है. यह कार अपनी अनोखी आर्मरिंग, तकनीक और लक्जरी के कारण वैश्विक चर्चा में रहती है.
पुतिन चार साल बाद भारत आ रहे हैं और उनके साथ यह हाई-प्रोफाइल लिमोजिन भी दिल्ली के सुरक्षा घेरे का हिस्सा बनेगी. जानिए, इस कार की खासियत...
Aurus Senat रूस की विशेष रूप से डिजाइन की गई राष्ट्रपति कार है, जिसे “Russian Rolls-Royce” भी कहा जाता है. इसकी हाई-टेक बॉडी, ब्लैकआउट विंडो और दमदार आर्मरिंग इसे बेहद सुरक्षित बनाती है. 2018 में पुतिन के शपथ ग्रहण के दौरान इसका पहला आधिकारिक इस्तेमाल हुआ था.
इस कार को रूस के Kortezh प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया. Aurus Motors, NAMI इंस्टीट्यूट और UAE की Tawazun Holding ने मिलकर इसे हकीकत बनाया. 2021 से इसका बड़े पैमाने पर निर्माण येलाबुगा में हो रहा है. सीमित मात्रा में इसका सिविलियन मॉडल भी उपलब्ध है.
Aurus Senat को ऐसी परिस्थितियों के लिए बनाया गया है जहां खतरे का स्तर बेहद ऊंचा हो. इसकी बॉडी हाई-कैलिबर बुलेट्स और आर्मर-पियर्सिंग राउंड्स झेल सकती है. कार मिसाइल और ड्रोन हमलों, पानी में गिरने, टायर फटने और केमिकल अटैक से भी सुरक्षा देती है.
कार में 4.4-लीटर ट्विन-टर्बो V8 हाइब्रिड इंजन लगाया गया है. यह 0 से 100 kmph की स्पीड लगभग 6–9 सेकंड में पकड़ लेती है. इसकी टॉप स्पीड करीब 160 kmph है. इसके इंटीरियर में प्रीमियम लेदर, वुड फिनिश और सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम मौजूद हैं.
Aurus Senat का बेस मॉडल लगभग 18 मिलियन रूबल (करीब 2.5 करोड़) से शुरू होता है. पुतिन की कस्टमाइज्ड लिमोजिन इससे दोगुनी कीमत की बताई जाती है. एक बार PM मोदी और पुतिन इसी कार में साथ यात्रा कर चुके हैं और करीब एक घंटे तक बातचीत करते रहे थे.