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बुधवार को आसमान में घटेगी अद्भुत घटना, बृहस्पति और मंगल ग्रह का होगा मिलन, 2033 तक फिर नहीं दिखेगा ये नजारा

नासा के अनुसार, दोनों के बीच में केवल चांद का एक टुकड़ा ही समां सकेगा. बुधवार के दिन ये दोनों ग्रह एक दूसरे से बेहद कम दूरी पर होंगे. इस घटना को बुधवार को दिन के समय अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में साफ तौर पर देखा जा सकेगा. इसके बाद अब ये दोनों ग्रह 2033 तक एक-दूसरे के इतने करीब नहीं आएंगे.

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Edited By: India Daily Live
Jupiter, Mars
Courtesy: social media

Jupiter and Mars Conjunctions: बुधवार यानी 14 अगस्त को आसमान में एक अद्भुत घटना घटने जा रही है. इस दिन हमारे सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और सबसे धुंधले ग्रह का मिलन होने जा रहा है. 14 अगस्त को ये दोनों ग्रह एक दूसरे के इतने करीब होंगे कि इनके बीच में चांद का एक छोटा सा टुकड़ा ही आ सकता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह बात कही है.

दोनों के बीच समां सकेगा केवल चांद का एक टुकड़ा

नासा के अनुसार, दोनों के बीच में केवल चांद का एक टुकड़ा ही समां सकेगा, इससे आपको लग रहा होगा कि दोनों बिल्कुल नजदीक होंगे लेकिन हकीकत में दोनों की दूरी 575 मिलियन किलोमीटर होगी. हालांकि इस दशक में यह दोनों के बीच की सबसे कम दूरी होगी. इसके बाद अब ये दोनों ग्रह 2033 तक एक-दूसरे के इतने करीब नहीं आएंगे.

बुधवार के दिन ये दोनों ग्रह एक दूसरे से अपनी सबसे कम दूरी पर होंगे.  दोनों के बीच की दूरी इस दौरान चंद्रमा की चौड़ाई का लगभग एक तिहाई के बराबर होगी. इस घटना को बुधवार को दिन के समय अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में साफ तौर पर देखा जा सकेगा.

क्यों होगा ऐसा
कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला के जॉन जियोर्जिनी ने बताया कि दोनों ग्रह प्लेनिट्री अलाइनमेंट (ग्रहों का एक लाइन में आना) के कारण इतने नजदीक दिखाई देंगे. प्लेनिट्री अलाइनमेंट एक प्रभाव पैदा करेगा जिसे कंजन्शन कहते हैं. इस तरह की घटनाएं लगभग हर तीन साल में घटित होती हैं.

उन्होंने कहा, 'इस तरह की घटनाएं आकाश को देखने वालों के लिए ज्यादातर जिज्ञासा और सुंदरता की वस्तुएं होती हैं, जो सोचते हैं कि दो चमकदार वस्तुएं एक साथ इतनी करीब क्या हो सकती हैं.' उन्होंने कहा कि विज्ञान वर्षों पहले ही घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी करने की क्षमता रखता है.

1761 में आए थे सबसे करीब
उन्होंने कहा इससे पहले 2018 में दोनों इतने नजदीक आए थे और अब 2033 तक दोनों इतने करीब नहीं आ सकेंगे. जियोर्जिनी ने बताया कि पिछले 1000 सालों में दोंनों ग्रह साल 1761 में सबसे करीब आए थे. उस समय दोनों एकदम नग्न आंखों से एक चमकीली वस्तु के रूप में दिखाई दे रहे थे.