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ईरान-हमास से जंग में बुरे फंसे बेंजामिन नेतन्याहू, अपने छोड़ रहे साथ, क्या कमजोर हो गया है इजराइल?

इजराइल और हमास के बीच महीनों से जंग चल रहा है. हमास पर इंटेलिजेंस की हर रिपोर्ट फेल हुई थी और इजराइल में लड़ाकू दाखिल हो गए थे. क्या इजराइल, का इंटेलिजेंस फेल हो रहा है, आइए जानते हैं क्यों बेंजामिन नेतन्याही की क्षमताओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

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Benjamin Netanyahu
Courtesy: Social Media

Israel Iran War: ईरान और हमास से छिड़ी जंग के बीज इजराइली डिफेंस फोर्सेज को बड़ा झटका लगा है. आर्मी इंटेलिजेंस चीफ मेजर जनरल अहरोन हलिवा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा है कि अक्टूबर 2023 में हुए हमलों की वजह से वे अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उनकी वजह से महीनों तक जंग छिड़ी रही और इजराइल में पहली बार ऐसी घुसपैठ हुई, जिसे वह सदियों तक याद रखेगा.

मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने कहा कि वह अब भी 'ब्लैक डे' के धब्बे से जूझ रहे हैं, जिस दिन उन पर हमला हुआ था. गाजा में सोमवार को इजराइली सेना ने जमकर बमबारी की. गाजा के हेल्थ वर्कर्स का कहना है कि खान यूनिस सिटी में इजराइली सेना ने नरसंहार किया है, जहां के एक अस्पताल में 200 लाशें पड़ी हुई हैं.

मेजर जनरल अहरोन हलीवा पहले इजराइली अधिकारी हैं, जिन्होंने हमास हमले की वजह से अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने रिजाइन लेटर में लिखा है, 'मेरे नेतृत्व में भी इंटेलिजेंस वो काम नहीं कर सकी जिसकी जिम्मेदारी उसे दी गई थी. उस काले दिन की याद से अब भी मैं जूझ रहा हूं.'
 
इजराइली बंधकों की भी गई है जान
7 अक्टूबर के हमले में हमास ने 129 इजराइली नागरिकों को पकड़ा था, जिनमें 34 मारे जा चुके हैं. हमास के हमले में इजराइल में 1,170 लोगों की मौत हो गई थी. यह खुफिया तंत्र पर लगा सबसे बड़ा धब्बा था. मोसाद तक को खबर नहीं थी कि हमास इतना बड़ा अटैक प्लान कर रहा है.

गाजा का इजराइल ने किया क्या हाल?
इजराइल के हमले में गाजा बुरी तरह तबाह हो चुका है. जवाबी हमले में गाजा में कम से कम 34,151 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र के एक विशेषज्ञ ने सोमवार को कहा कि गाजा की स्वास्थ्य प्रणाली बुरी तरह खत्म हो चुकी है. इजराइल की सेना ने हमास पर स्वास्थ्य सुविधाओं को कमांड सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. हमास इसे खारिज करता है.

अपने ही देश में बुरी तरह घिर गए हैं बेंजामिनत नेतन्याहू
इजराइल के लोग अब बेंजामिन नेतन्याहू से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. एक तरफ ईरान के साथ वे जंग लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ हमास से जंग चल रही है. इस जंग में इजराइल को भीषण आर्थिक क्षति पहुंची है. ईरान जैसे बड़े देश से ज्यादा दिन तक पंगा इजराइल नहीं ले सकता है. हमास के कब्जे में इजराइली बंधकों का मुद्दा, अब सियासी मुद्दे में तब्दील हो गया है. लोग मांग कर रहे हैं कि अब बेंजामिन नेतन्याहू पद छोड़ दें. इजराइल की क्षमताओं पर भी सवाल उठ रहे हैं कि उनके शासनकाल में इजराइल और कमजोर हुआ है.